सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की कांग्रेस एमएलए अदिति सिंह के सुर और अंदाज़ आजकल बदले-बदले नज़र आ रहे हैं। विधायक अदिति सिंह प्रियंका गांधी की क़रीबी मानी जाती हैं। क्योंकि अदिति सिंह को राजनीति के अखाड़े में हाथ पकड़कर लाने का श्रेय प्रियंका गांधी को जाता है। बता दें कि कांग्रेस विधायक अदिति सिंह रायबरेली के बाहुबली एमएलए रहे अखिलेश सिंह की बेटी हैं। अखिलेश सिंह का हाल ही में बीमारी की वजह से निधन हो गया था। और अखिलेश सिंह के ना रहने पर उनके प्रतिद्वंदी उनकी बेटी अदिति सिंह पर हावी होने की कोशिश में हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही रायबरेली-लखनऊ रोड पर विधायक अदिति सिंह पर हमले की भी घटना हुई। जिसका प्रियंका गांधी ने विरोध किया था। लेकिन शायद अब विधायक अदिति सिंह ने राजनीति के बदलते समीकरणों के हिसाब से चलना सीख लिया है। और अब अदिति सिंह के बदले हुए तेवरों में अपनी ही पार्टी यानी कांग्रेस पार्टी से बग़ावत की आवाज़ साफ़ सुनाई देने लगी है। जिसकी साफ़ तसवीर दिखी, जब 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन लखनऊ में प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का मार्च था।
जिसको लेकर कांग्रेस ने व्हिप भी जारी किया था। तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ योगी सरकार की ओर से 36 घंटे तक चलने वाला विधानसभा का सत्र बुलाया गया था। जिसका पूरे विपक्ष ने बायकॉट किया। लेकिन विधायक अदिति सिंह ने पार्टी से बग़ावत करते हुए व्हिप को नज़रअंदाज़ करके विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया और जब उनके इस निर्णय के बारे में उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने एक सधे हुए राजनीतिज्ञ की तरह जवाब देते हुए कहा, ‘मुझे जो ठीक लगा वह मैंने किया, पार्टी का क्या निर्णय होगा मुझे नहीं मालूम, मैं पढ़ी-लिखी युवा एमएलए हूँ। विकास का मुद्दा बड़ा मुद्दा है यही गांधीजी को सच्ची श्रद्धांजलि है।’