देश में भाजपा की सरकार आने के बाद से भाष्टचार के मामलों पर तेज़ी से काम किया जा रहा है। कई नेताओं से अब तक भाष्टचार के मामलों को लेकर पूछताछ हो चुकी है और कई गिरफ्तार भी हो चुके हैं। अब खबर है कि झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों के पास से कैश मिला है। इस कैश के पीछे की क्या कहानी फिलहाल इस बात का पता पश्चिम बंगाल की सीआईडी लगा रही है। हम बात करते हैं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की, उनका कहना है कि इस मामले के पीछे भी भाजपा का हाथ है।
भाजपा पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह चिंता का विषय है कि कांग्रेस के तीन विधायक हिरासत में हैं। ये कोशिश काफी लंबे समय से चल रही थी। अब जांच के बाद यह पता चलेगा कि यह चैनल कहां से कहां जाता है। यह पता चलेगा कि इस कोशिश की शुरुआत भाजपा के कमरे से ही हुई है। इन लोगों का लोकतंत्र पर विश्वास खत्म हो गया है। अब वो धनबल की राजनीति पर विश्वास ज्यादा कर रहे हैं। किसी भी तरह से इस मुहिम में लगे रहते हैं कि कभी कुछ हासिल होता है तो कभी मुसिबत में भी फंसते हैं। वर्तमान जो राजनीतिक स्थिति है इसमें लोकतंत्र को खरीदने की बात है।”
बातचीत के दौरान जब मीडिया ने पूछा कि वह भाजपा से डरते हैं? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि “वो भी राजनीतिक पार्टी है और हम भी। उसमें डरने और नहीं डरने की बात नहीं है। इसमें राजनीतिक ताकत दिखाने की बात है। कौन अपनी राजनीतिक ताकत कितनी दिखा पाता है। कितने लोगों से जुड़ पाते हैं, कितने लोगों के बीच इनकी पकड़ है, कितने लोगों का समर्थन है। जब राज्य की जनता का समर्थन हमें प्राप्त है तो किसी और से डरने की जरूरत नहीं है।”
इसके आगे वह कहते हैं कि “फिलहाल सदन का सत्र चल रहा है। हमारे विपक्ष के साथी काफी कुछ संकेत दे रहे हैं कि हम लोग राजनीतिक परिभाषा बदलने जा रहे हैं। अब देखते हैं कि वे कैसे राजनीतिक परिभाषा बदलना चाहते हैं। पिछले तीन दिनों से वो सदन में किस तरह से आचरण कर रहे हैं और वार कर रहे हैं। सरकार का ध्यान भटकाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। चर्चा के लिए जिस भी चीज पर सहमति बनती है, उस पर ही वे लोग हंगामा करते हैं।”