देश भर के कई शहरों की तरह भारत की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना वाय’रस का प्रको’प बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में इस वाय’रस से कई लोग प्रभावित हुए हैं और दिल्ली से पलायन कर रहे हैं। प्रवासी कामगारों और मजदूरों को पलायन करते देख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। केजरीवाल ने सारे दिल्ली में रह रहे दूसरे शहरों के लोगों से दिल्ली में ही रहने का अनुरो’ध किया है और साथ ही सभी घरों का किराया भी अदा करने का वादा किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा अगर ऐसे ही बड़ी संख्या में लोग पलायन करेंगे तो कोरोना वाय’रस का खतरा और बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री ने अपील की कि सभी लोग जहां है वहीं रहें और साथ ही मकान मालिकों से किराया ना देने पर दवाब ना बनाने के लिए कहा।
इसके साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर लोग अपना किराया एक या दो महीने तक नहीं दे पाए तो दिल्ली सरकार उनकी तरफ से किराया देगी। दरअसल कोरोना वाय’रस का संक्रम’ण चक्र तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया है। जिसके तहत लोगों को घरों से बाहर निकलना मना है। लेकिन दिल्ली में रहने वाले अन्य शहरों के मजदूर अपने अपने घर जा रहे हैं। शनिवा’र को भी दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। सभी सेवाएं बन्द होने के कार’ण ज़्यादा तर लोग पैदल आए थे। लेकिन शनिवा’र को ही देर रात वह लोग पुलिस और प्रशासन के समझाने के बाद अपने घरों की ओर लौट गए।
वहीं गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एक एडवाइजरी में कहा है कि वह दूसरे दूसरे शहरों के लोगों को जोकि इस समय किसी अन्य शहर में रह रहे हैं, उनके लिए सारी ज़रूरत की चीज़ों का बंदोबस्त करें। जिसके कार’ण वह लोग जहां हैं वाही रहें। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। इसमें कहा गया था कि “वह प्रवासी कृषि मजदूरों, उद्योगों में लगे कामगारों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन को रोकें। जिससे कोरोना वाय’रस से संक्रम’ण के प्रसार को रोका जा सके।”