AAP-BJP के बीच टकराव जारी, पार्षदों में हुई हाथापाई, फेंके गए बक्से

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MCD के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव तो शांतिपूर्ण हो गया लेकिन शाम के वक्त जब स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव शुरू हुआ तो बीच में ही हंगामा मच गया। दरअसल स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान सदस्यों को फोन लेकर जाने की अनुमति मिल गई थी। लेकिन भाजपा ने इसका विरोध किया। BJP का कहना था कि वोटिंग के दौरान सदस्यों को फोन न ले जाने दिया जाए। इसी मुद्दे ने इतना तूल पकड़ा जिसके चलते सदन में रातभर हंगामा हुआ और आज सुबह सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, अब फिर से वोट कराएं, तब 50 वोट कराकर फिर से वोटिंग शुरू कराने की मांग करेंगे। ये क्या हो रहा है? जिनके वोट डल गए हैं, उन्हें कैंसल करवा रहे हैं। अब 200 वोट पड़ जाएंगे, तब फिर बीजेपी खड़ी होगी और फिर से वोट करवाएंगे। BJP ने 15 साल MCD में शासन किया। अब जनता ने बीजेपी को हरा दिया है, निगम में AAP को बहुमत से जिताया है। 5 साल काम करने दीजिए, यदि काम नहीं कर पाते हैं, तो जनता हटा देगी।
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, तानाशाही और गुंडागर्दी का आचरण हुआ है। जिन लोगों ने वोट डाल दिया, उसमें BJP और आम आदमी पार्टी के भी लोग हैं। एक्ट में मोबाइल फोन नहीं ले जाने का कोई जिक्र नहीं है। हर जगह हार गए हैं। दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने हरा दिया, मेयर, डिप्टी मेयर चुनाव में हार गए। अब स्टैंडिंग कमिटी चुनाव में हार रहे हैं। ये हार नहीं पचा पा रहे हैं। संविधान, उच्च न्यायलय को चुनौती दे रहे हैं।

संजय सिंह आगे बोले, MCD के चुनाव में लिखा था कि पोल बूथ पर वोटर मोबाइल ले जा सकता है। अगर गोपनीयता का वायलेशन होता, तो चुनाव आयोग ऐसा क्यों कहता? यहां चुने हुए पार्षद पर रोक लग रही है। क्या चोर छिपा है मन में? एक आदमी वोट देने गया, वोट देकर आ गया, अपना वोट किसी को दिखाया नहीं। तो क्या परेशानी है? मोबाइल लेकर नहीं जाओगे, शर्ट पहनकर नहीं जाओगे, मुस्कुराकर नहीं जाओ, घुटने के बल जाओगे… आखिर ये क्या है…? हमें क्रॉस वोटिंग का डर क्यों होगा?