कोरोना वायरस के इस मुश्किल भरे दौर में देश का काफी नुकसान हुआ है। कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक बच्चों की पढ़ाई का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई काफी ज्यादा मुश्किल है। कोरोना कहर के कारण देश के कई स्कूल बंद करने की कगार पर आ चुके हैं। बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर से हुई तबाही को देखते हुए केंद्र सरकार ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। जिसके बाद से ही छात्रों को पास करने के लिए ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया बनाया जा रहा है। खबर है कि आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई कर दौरान ये क्राइटेरिया पेश किया गया है।
केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बताया कि किस क्राइटेरिया पर छात्रों को पास किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने के लिए 13 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था और इनको केवल 10 दिनों का ही समय दिया गया था। जनरल केके वेणुगोपाल ने ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया के बारे में बताते हुए कहा कि “10वीं कक्षा के लिए 5 विषय लिए गए हैं और तीन में से सर्वश्रेष्ठ का औसत निकाला गया है। कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए प्रैक्टिकल होते हैं। हम 10वीं से 30 फीसदी, 11वीं से 30 फीसदी और 12वीं से 40 फीसदी लेंगे और सभी का औसत निकाल कर 12वीं के छात्रों को पास किया जाएगा।”
बताया जा रहा है कि जल्दी ही 12वीं के छात्रों का रिजल्ट घोषित किया जा सकता है। जनरल केके ने बताया कि 31 जुलाई 2021 तक 12वीं के रिजल्ट की घोषणा करने की संभावना है। बता दें कि देश में बहुत से छात्र ऐसे भी हैं जिन्होंने कोरोना वायरस के कहर के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ दी है। बहुत से ऐसे बच्चें भी हैं जिन्होंने अपने परिवार को खो दिया है। जिसके कारण वह पढ़ नहीं पा रहे हैं। ऐसे छात्रों के लिए सरकार जल्दी ही कोई न कोई फैसला ले सकती है।