हाल ही में सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम को लेकर बहुत सी खबरें सुनने में आ रही हैं। जिसको लेकर अब सरकार ने जांच की है। सरकारी एजेंसी पीआईबी यानी प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो की एक फैक्ट चेक टीम ने जांच करते हुए इन सभी खबरों को गलत बताया है। पीआईबी ने ट्वीट कर बताया कि शिक्षा मंत्री की ओर से इस तरह की कोई भी घोषणा नहीं की गई। उन्होंने लिखा कि “सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि 10वीं और 12वीं की 2021, बोर्ड परीक्षा में अब पास होने के लिए 33 प्रतिशत अंक को घटाकर 23 प्रतिशत कर दिया गया है। यह दावा फर्जी है। शिक्षा मंत्रालय ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।”
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस खबर को लेकर तमाम छात्रों ने मंत्रालय और बोर्ड कॉन्टैक्ट किया था के इस बात में कितनी सच्चाई है इसका पता चल सके। जिसके बाद इस मामले की जांच कर पीआईबी सब कुछ स्पष्ट कर दिया और सभी छात्रों के संदेह को दूर करने के लिए पीआईबी ने यह पोस्ट किया। साथ ही आपको बता दें कि अभी तक सीबीएसई गणित और हिंदी को दो स्तरों पर ऑफर करता है ताकि स्टूडेंट्स में स्ट्रेस लेवल को कम किया जा सके। लेकिन इस बार सीबीएसई इंग्लिश और संस्कृत भाषा के पेपर दो स्तरों पर लेकर आएगा।
इससे पहले एक और भी खबर वायरल हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि प्री बोर्ड की परीक्षाओं में पास होने वाले विद्यार्थियों को ही बोर्ड परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड दिए जाएंगे। लेकिन ये दावा भी गलत साबित हुआ। इस बीच पीआईबी ने इसकी भी जांच की। जांच करने पर पता चला कि सीबीएसई बोर्ड ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। जिसके बाद अब सभी छात्रों को राहत मिली है।