देश में कोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, अलग-अलग हिस्सों में फँसे प्रवासी मजदूर अपने गृह जनपद पहुंचने के लिए परेशान है और सरकारें लगातार प्रयासरत है। ऐसे में जहां एक तरफ बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वॉ’रेंटाइन सेंटर बनाया गया है और कहीं-कहीं लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाने की आपूर्ति से प’रेशान है, वही बिहार के समस्तीपुर जिले के एक गांव की क्वॉ’रेंटाइन सेंटर में बाहर की डांसर को बुलाकर मनोरंजन कराने की खबर से शासन-प्रशासन की ला’परवाही सामने आयी हैं।
दरअसल,सोशल मीडिया पर इन समय समस्तीपुर जिले के कर्राख गांव में बने क्वा’रंटाइन सेंटर का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा हैं जिसमे बाहर से बुलायी गयीं डांसर्स डांस करती नज़र आ रही है और वहां मौजूद लोग वीडियो बना रहें हैं। यहां मौजूद मजदूर ना सिर्फ भोजपुरी गीतों पर झूमे बल्कि उन्होंने जमकर ठुमके भी लगाए। हालांकि बताया जाता है कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने मुखिया पति से मनोरंजन की व्यवस्था करने का अ’नुरोध किया था,जिसके बाद बाहर से डांसर बुलाए गए थे।लोंगो के इस प्रकार के मनोरजंन करने के कारण यह गांव विवादों में आ गया है।
खबरों के मुताबिक यह मामला सोमवार रात का है, वहीं इस मामले पर समस्तीपुर के एडिशनल कलेक्टर का कहना है कि हम संज्ञान ले रहे हैं और का’र्रवाई की जाएगी। हमने वहां टीवी जरूर लगाया है, लेकिन प्रशासन ने बाहर से डांसर्स बुलाकर किसी भी मनोरंजन की अनु’मति नहीं दी है।
जा’नकारी के लिए बता दें कि बिहार में भी कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है, प्रवासी मजदूरों के आने से इस संक’ट में और तेजी बढ़ गई है। समय राज्य में मौजूद 916 एक्टिव केस में से 753 प्रवासी मजदूर से संबंधित हैं।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने जा’नकारी देते हुए बताया कि,अभी 7840 क्वा’रंटाइन सेंटर में लगभाग साढ़े 5 लाख लोग आवासित हैं, जिन्हें तय दिशानिर्देश के मुताबिक सारी सुविधाएं दी जा रही है।बिहार में चल रहे आ’पदा राहत केन्द्र के जरिए 76500 से ज्यादा लोग लाभ उठा रहे हैं।