मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। एक तरफ मुफ्त की घोषणाओं पर बहस छिड़ी हुई है। दूसरी और भाजपा और एकनाथ शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र में एक मुफ्त की घोषणा का ऐलान कर दिया। हालांकि, यह योजना केवल बुजुर्गों के लिए लिए है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) ने कहा कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक शुक्रवार से एमएसआरटीसी की बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। यह सुविधा MSRTC की सिटी बसों के लिए उपलब्ध नहीं है। यह राज्य की सीमा के भीतर यात्रा के लिए होगी।

MSRTC की एक विज्ञप्ति में राज्य द्वारा संचालित परिवहन उपक्रम के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक शेखर चन्ने के हवाले से कहा गया कि इस मुफ्त यात्रा योजना के लिए 26 अगस्त से पहले टिकट बुक करने वाले पात्र लोगों को किराया वापसी मिलेगी। 65 से 75 वर्ष की आयु के लोगों को उपक्रम द्वारा संचालित चुनिंदा RPT प्रकार की बस सेवाओं पर टिकट किराए में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी।

आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड आदि जैसे पहचान दस्तावेज दिखाकर मुफ्त यात्रा सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। यह सुविधा MSRTC की सिटी बसों के लिए उपलब्ध नहीं है। यह राज्य की सीमा के भीतर यात्रा के लिए होगी। नई सुविधा की घोषणा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दिन पहले राज्य विधानसभा में की थी। एमएसआअीसी के पास 16,000 से अधिक बसों का बेड़ा है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के तंज का जवाब देते हुए कहा था कि हां मैं ठेके पर मुख्यमंत्री हूं, लेकिन मैं जनता के विकास का ठेका लेने वाला मुख्यमंत्री हूं। दूसरी ओर, महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में शिंदे गुट के विधायक गुरुवार को भी आक्रामक नजर आए। ये विधायक आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते दिखे।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने एक भाषण में ठेके पर काम करने वाले बिजली कर्मचारियों की समस्या पर कहा था कि इनकी समस्याएं वह मुख्यमंत्री क्या सुलझाएगा, जो खुद ही ठेके पर हो। उसे तो यह भी पता नहीं कि वह कब तक मुख्यमंत्री है।