जैसा कि सभी को पता है। कोरोना वायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL 2021 को सस्पेंड कर दिया गया है। इस खबर से लोगों के साथ साथ खिलाड़ियों को भी दुख पहुंचा। आईपीएल सस्पेंड होने के बाद अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेले जाने की खबरें सामने आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक इस मैच के लिए भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड जाना होगा। लेकिन उसके लिए उनको कोरोना की वैक्सीन लगवाने होगी। पहले बीसीसीआई का कहना था कि सभी खिलाड़ियों को आईपीएल के दौरान ही कोरोना की वैक्सीन दे दी जाएगी। लेकिन आईपीएल सस्पेंड होने के बाद के काम धारा का धारा रह गया।
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में जाने से पहले खिलाड़ियों को कोरोना का टीका लगाना बेहद जरूरी है। जिसके चलते बीसीसीआई से इसकी योजना के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में सौरव गांगुली ने कहा कि “अब उनके पास वक्त है। वे व्यक्तिगत तौर पर अपना वैक्सीनेशन करवा सकते हैं, क्योंकि राज्य सरकारें यह कर रही हैं। सभी खिलाड़ी अपने-अपने घर चले गए हैं, इसलिए यही आसान और सही तरीका है।” इस समय लोगों लोगों को एक सवाल ने बहुत परेशान कर रखा है। आखिर खिलाड़ियों को सिर्फ कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने की सलाह क्यों दी गई है.?
दरअसल, कोविशील्ड ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन है। अगर खिलाड़ी जहां से पहली डोज लेकर जाते हैं तो उनको इंग्लैंड में कोविशील्ड की दूसरी डोज आसानी से मिल जाएगी। अगर खिलाड़ी कोई और वैक्सीन लेंगे तो उनको वहां उसकी दूसरी डोज मिलना काफी मुश्किल हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के किसी भी टीके के दो डोज लेना अनिवार्य है। अगर किसी ने कोवैक्सिन का पहला डोज लिया है तो उसे दूसरा डोज भी कोवैक्सिन का ही लेना होगा।