भारतीय टीम के इस खि’लाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी की प्रेर’णा रामा’यण के अंगद को बताया..

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भारत के दि’ग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने अपनी बल्लेबाजी का खुला’सा करते हुए इसी बात बोली है जिससे आप सभी हैरान हो जाएंगे। बता दें यूं तो क्रिकेट के खिलाड़ियों की प्रेर’णा क्रिकेट जगत के लोग ही होते हैं। लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने अपनी बैटिंग की प्रेर’णा रामा’यण के पात्र अंगद को बताया है। दरअसल सहवाग ने दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहे रामा’यण सीरियल के पात्र अंगद की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है और कहा है कि उनकी प्रेर’णा अंदग हैं। साथ ही उनकी पोस्ट की हुए तस्वीर यह भी साबित करती है कि रामा’यण सीरीज आजकल कितना ज़्यादा पसंद किया जा रहा है।

बता दें कि वीरेंद्र सहवाग ने तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि “पैर हिलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है ! अंगद जी का जलवा है!” सहवाग अपनी प्रेर’णा आनंद को मानते हैं जिसकी वजह से उनकी बल्लेबाजी में आनंद के दर्शन और आदर्श साफ झलकते हैं। बता दें कि सहवाग की बल्लेबाजी में सिर्फ आनंद से ही नहीं बल्कि रामा’यण सीरियल के हनुमान से भी झलकते हैं। जैसे हनुमान जी ने राव’ण की लंका को तबाह कर दिया था इसीलिए तरह वीरेंद्र सहवाग भी विपक्षी टीम की लंका उजाड़ देते थे। वीरेंद्र सहवाग ने पाकि’स्तान और दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज को तहस नहस कर दिया था। सहवाग ने पाकि’स्तान के खि’लाफ तिहरा शतक लगाए था। साथ ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी उन्होंने तिहरा शतक बनाया। कुल मिलाकर सहवाग ने 251 वनडे में 8273 और 104 टेस्ट मैचों में 8,586 रन बटोरे।

बता दें कि वीरेंद्र सहवाग ने अंतररा’ष्ट्रीय करियर में टेस्ट क्रिकेट में दो तिहारे शतक लगाए हैं। साथ ही एक पारी में उन्होंने 293 रन बनाए। सहवाग ने रामा’यण के अंगद की तरह एक बार पिच पर उतर जाते हैं तो विपक्षी टीम के शूरवीरों के छक्के छुड़ा देते हैं। बता दें कि साल 2004 में सहवाग ने 28 मार्च से 1 अप्रैल तक मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैच में पाकि’स्तानियों की लंका उजाड़ते हुए 375 गेंदों पर 309 रन की पारी खेली थी। इस पारी में उन्होंने 39 चौके और छह छक्के लगाए थे। इसके बाद चेन्नई में साल 2008 सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के खि’लाफ टेस्ट मैच खेले थे जिसमे उन्होंने 42 चौके और 5 छक्के लगा कर 304 गेंदों पर 319 रनों की पारी खेली थी।