देश में इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिल रही है। अप्रैल के महीने में भी तापमान ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। जिसके चलते अनुमान लगाया जा रहा था कि इस साल मई और जून में गर्मी और भी ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में खबर सामने आई है कि देश में गर्मी के साथ साथ लोगों को बिजली संकट भी झेलना पड़ सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में देश को कोयला संकट का सामना करना पड़ सकता है। जिसके कारण बिजली की कटौती होना लाजमी है।
कोयला की आपूर्ति में 42.5 मिलियन टन की कमी आ सकती है। जिसका सीधा असर देश के कई राज्यों में बिजली कटौती के रूप में देखने को मिलेगा। जानकारी के अनुसार इस बार देश में कोयले की कमी पिछले संकट से 15 फीसदी ज्यादा हो सकती है। जबकि अब बिजली की मांग पहले से ज्यादा है। पिछले कई सालों से देश में बिजली की मांग ज्यादा बढ़ रही है और इस साल करीब 38 वर्षों में देश में इतनी बिजली की मांग पहली बार की गई है। इस संकट को सामने देख अब भारत सरकार की परेशानियों में बड़ा इजाफा हुआ है।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर एक वर्चुअल मीटिंग रखी गई थी। जिसमें केंद्रीय कोयला और बिजली मंत्री के साथ साथ केंद्र और राज्यों के शीर्ष ऊर्जा अधिकारी भी मौजूद थे। इसमें मंत्रालय की ओर से एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया। प्रेजेंटेशन की एक स्लाइड के मुताबिक अधिकतर राज्यों ने कोयला आयात करने का अनुबंध अभी तक नहीं दिया है।