सत्ता में मौजूद भाजपा सरकार का विरोध हर कोई कर रहा है। पहले कांग्रेस, सपा जैसे दल मुख्य विपक्ष के तौर पर जाने जाते थे, लेकिन अब कई सारी राजनीतिक पार्टियां भाजपा सरकार के विरोध में हैं। पिछले कुछ समय से तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर भी लगातार केंद्र के फैसलों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि कभी उनकी पार्टी भी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की समर्थक रही है। बता दें कि जल्दी ही संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। इससे पहले ही मुख्यमंत्री केसीआर को एक्शन में देखा जा रहा है।
बता दें कि वह विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। उन्होंने विपक्ष के कई बड़े नेताओं से बातचीत की है। जानकारी के अनुसार तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने मानसूस सत्र शुरू होने से पहले दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी फोन कॉल पर बातचीत की है। सिर्फ मुख्यमंत्री से ही नहीं बल्कि विपक्ष के कई बड़े नेताओं से भी उन्होंने फोन कॉल पर बात की है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र के खिलाफ एकजुट होने के लिए उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की।
जिसके बाद उन्होंने तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के करीबी सहयोगियों, राजद नेता तेजस्वी यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत कई बड़े नेताओं से बात की है। कहा जा रहा है कि विपक्ष का एकजुट होने भाजपा के लिए बड़ी मुसीबत पैदा कर सकता है। ऐसे में भाजपा विपक्ष को एकजुट होने से रोकने की पूरी कोशिश करेगी।