भारत में कोरोना वायरस का कहर फिर एक बार लागू हो गया है। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेज़ी के साथ बढ़ने लगी है। ऐसे में सरकार की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है। बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली भी कोरोना के चपेट में है। दिल्ली में रोजाना कोरोना से संक्रमित हजारों मरीजों की पुष्टि हो रही है। इस बीच अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज मंगलवार के दिन Covid-19 के 5500 नए मामले सामने आने की बात कही है। साथ ही उनका कहना है कि संक्रमण दर बढ़कर 8.5% हो गई है।
मामलों की तेजी से बढ़ने के बाद भी सत्येंद्र जैन का कहना है कि राज्य में लॉकडाउन की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने राज्य में लॉकडाउन लगने से साफ इंकार किया है। हालांकि आज दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की एक मीटिंग में दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लागू करने का फैसला लिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इस मीटिंग में कोरोना की नई गाइडलाइन भी जारी की गई है। जानकारी के मुताबिक जरूरी सेवाओं को छोड़कर अब सभी सरकारी दफ्तर वर्क फ्रॉम होम करेंगे।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के अनुसार “प्राइवेट ऑफिसों में 50 फीसदी क्षमता से काम होगा। प्राइवेट ऑफिस 50 फ़ीसदी कैपेसिटी ऑनलाइन रखें और 50% ऑफलाइन रखें।” इस बैठक में बस और मेट्रो को फुल कैपेसिटी पर चलाने का फैसला किया गया है। यानी इस महामारी के दौर में भी बस और मेट्रो को फुल कैपेसिटी में चलेंगी। जानकारों की मानें तो दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक कोरोना के मामलों में ऐसे ही इजाफा होगा। यह आंकड़ा 15 जनवरी तक हर रोज 20-25 हज़ार पहुंच सकता।