पुणे: एनसीपी को तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने और सरकार में उप मुख्यमंत्री होने के बाद भी ऐसा लगता है कि अजित पवार का मन भाजपा के साथ रम नहीं रहा है। यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि पवार ने इशारों-इशारों में भाजपा पर कड़ा हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि एक पार्टी के कुछ लोग एक खास समुदाय को निशाना बनाकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनसीपी ऐसी भाषा का कड़ा विरोध करती है।
उनका इशारा सीधे तौर पर भाजपा विधायक नितेश राणे की ओर था, जिनका हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि लोगों को केवल हिंदुओं के साथ ही व्यापारिक लेन-देन करना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे कंकवली विधायक नितेश राणे इससे पहले नासिक स्थित आध्यात्मिक नेता रामगिरी महाराज की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ समुदाय के विरोध प्रदर्शन को लेकर मुसलमानों को धमकाने के लिए विवादों में थे।
पुणे के चाकन में एक सभा को संबोधित करते हुए पवार ने कहा एक राजनीतिक दल के कुछ लोग एक खास समुदाय और धर्म को निशाना बनाकर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करते हैं और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। इस तरह की आपत्तिजनक भाषा समाज में दरार पैदा करती है।
अजित पवार ने इसी के साथ लोगों से वोट देने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि आपने आज तक कुछ लोगों को प्यार और समर्थन दिया। अब कुछ दिनों के लिए हमें भी वही प्यार और समर्थन दीजिए। हम कुछ भी गलत नहीं करेंगे।