AIIMS निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का बयान, नवंबर में ही भारत में आ गया होगा UK कोरोना स्ट्रेन

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कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को लेकर दुनिया भर के लोग परेशान हैं। यूके में कोरोना के इस नए स्ट्रेन ने आफत मचा रखी है। हाल ही में भारत में भी इस नए स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद अब तक देश इसके 20 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इस दौरान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) का कहना है कि देश में ब्रिटिश कोरोना स्ट्रेन के मामले नवंबर में ही आ गए होंगे।

बुधवार को दिए बयान में डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि “यह संभावना है कि नया कोविड स्ट्रेन नवंबर में ही देश में आ गया होगा क्योंकि ब्रिटेन में सितंबर में ही म्यूटेंट डेवलप हो चुका था और वहां संक्रमण फैल चुका था और संभव है कि वहां से आए लोग पहले ही वहां संक्रमित हो चुके होंगे।” जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “यह एक संभावना है और ऐसा हो सकता है क्योंकि हमें यह याद रखना चाहिए कि सितंबर के अंत में पहली बार यूके स्ट्रेन की सूचना मिली थी और कई ऐसे लोग थे जो ब्रिटेन में उस वक्त ही इससे संक्रमित थे।”

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि “यह कहना मुश्किल है और यह डेटा पर ही निर्भर करेगा। हमारे देश में SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया (INSACOG) द्वारा अध्ययन किए जा रहे हैं, जो नवंबर से ही नमूनों को देख रहे है।” संकट से बढ़ती परेशानियों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि “संख्या ज्यादा नहीं है लेकिन उस दौरान देश से कई लोग ब्रिटेन गए और आए हैं। यूके कोविड स्ट्रेन को अधिक संक्रामक देखा गया है. यह बड़ी चिंता की बात है।”