उत्तर प्रदेश के नोएडा के जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए स्विट्ज़रलैंड की कंपनी को स्वीकृति मिल गयी है।स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को 29,560 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले जेवर हवाई अड्डा को विकसित करने के लिए सुरक्षा मंजूरी मिल गयी है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को एयरपोर्ट की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अपनी मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने ट्वीट कर इसकी जा’नकारी साझा की।
दरअसल इससे पहले जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पर्यावरण मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई थी।इसके बाद से ही एयरपोर्ट की सुरक्षा संबंधी मुद्दों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मांगी गई थी। 2 महीने से अधिक यह मामला मंत्रालय में अटके होने के बाद गत दिनों प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने केंद्रीय गृह सचिव ने जल्द से जल्द एनओसी जारी करने का आ’ग्रह किया था।
आपकों बता दें कि,दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बनने वाला यह तीसरा एयरपोर्ट पूरी तरह से नए सिरे से विकसित (ग्रीनफील्ड) किया जाएगा।इस बारे में बात करते हुए परियोजना के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि पूरी तरह बनकर तैयार होने के बाद जेवर एयरपोर्ट पर छह से आठ हवाई पट्टियां होंगी जो देश में अब तक किसी एयरपोर्ट की तु’लना में सबसे अधिक होंगी।इससे पहले देश में विकसित एयरपोर्ट में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और गाजियाबाद में हिंडन एयरपोर्ट मौजूद है।
ज्ञात हो कि,जेवर एयरपोर्ट के लिए 29 नवंबर 2019 को फाइनांशियल बिड्स खोली गई थी। जिसे ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने 400.97 रुपए प्रति यात्री राजस्व भुगतान की दर पर टेंडर हासिल किया।एयरपोर्ट पोर्ट के बनने में रोजगार के काफी अवसर उपलब्ध होंगे। अ’नुमानित तौर पर एक लाख से अधिक लोगों को इससे रोजगार मिलेगा।