तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बंगाल में दुर्गापूजा की पृष्ठभूमि में बीजेपी के NRC विधेयक पर निशाना साधते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उल्लेखनीय है, कि अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार एनआरसी का विस्तार पश्चिम बंगाल तक करेगी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह ने अपने बयान में आगे कहा कि केंद्रीय सरकार एनआरसी विधायक से पहले सिटिजन अमेंडमेंट बिल लाने वाली है और इस बिल के अनुसार भारत में जितने भी हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, इसाई शरणार्थी आए हैं, उन्हें हमेशा के लिए भारत की नागरिकता दी जाने वाली है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह के इस बयान के परिपेक्ष में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे राज्य में हर किसी का स्वागत है। और हमारे लोगों के आतिथ्य-सत्कार का आनंद लीजिए। लेकिन कृपया कोई विभाजनकारी राजनीति नहीं करिए। यह बंगाल में काम नहीं करेगा। ममता बनर्जी ने कहा बंगाल सदियों से हर धर्म के नेताओं का सम्मान करने के लिए जाना जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि कृपया लोगों के बीच दरार पैदा ना करें। ममता बनर्जी ने अपने बयान में कहा कि बंगाल में सभी धर्मों के लोग अपने-अपने धर्म के अनुसार रहते हैं। लेकिन वह दुर्गा-पूजा जैसा त्यौहार मनाने के लिए एकत्र होते हैं। जो विभिन्न धर्मों के लोगों को आपस में एकजुट करती है। इसलिए यहां के अतिथि सत्कार का आनंद लीजिए। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, “कृपया धार्मिक आधार पर विभाजनकारी राजनीति ना करें। कृपया लोगों में दरार पैदा ना करें। बंगाल सभी लोगों के सम्मान के लिए जाना जाता है। इसे ख़त्म नहीं किया जा सकता है।