मुंबई : सांताक्रूज इलाके में रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब गैलेक्सी होटल से अचानक आग की लपटें उठने लगीं. इसकी शुरुआत होटल के चौथे माले पर बने कमरा नंबर 204 से हुई और देखते ही देखते आग तीसरे फ्लोर तक पहुंच गई. धुएं और आग के बीच अधिकतर लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन 8 लोग फंस गए थे. इनमें से तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि पांच लोगों को वीएन देसाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आग की खबर जैसे ही फायर ब्रिगेड की टीम को मिली मौके पर कई गाड़ियां पहुंच गई. आनन-फानन में होटल की खिड़कियों को तोड़कर अंदर फंसे कुछ लोगों को बाहर निकाला गया. बता जा रहा है कि होटल में फायर फाइटिंग सिस्टम था, लेकिन बहुत पुराना हो चुका था, ऐसे में आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी. आग लगने के पीछे क्या वजह रही है इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है.
8 जुलाई को भी सांताक्रूज इलाके में ही एक बिल्डिंग में भीषण आग की घटना सामने आई थी. हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी. आग डीडेंसी बिल्डिंग के तीसरे माले पर लगी थी. घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी और बिल्डिंग से सटे कई घरों को खाली करा दिया गया था.
एक दिन पहले यानी शनिवार को तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के नजदीक लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन के प्राइवेट पार्टी कोच में आग लग गई थी. हादसे में कुल 10 लोगों की मौत हो गई थी. ट्रेन के जिस डिब्बे में आग लगी थी उसमें उत्तर प्रदेश के 63 तीर्थयात्री सफर कर रहे थे. जिस कोच में आग लगी थी उसे लखनऊ जंक्शन से रवाना किया गया था और रविवार को उसे चन्नई से वापस लखनऊ लौटना था.