जयपुर: सचिन पायलट और CM अशोक गहलोत के बीच की तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है. अब सचिन पायलट ने रामप्रसाद सुसाइड केस में गहलोत के मंत्री महेश जोशी के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है. पायलट मृतक के परिजनों से मिले और उसके बाद निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया. सचिन पायलट और गहलोत सरकार चुनाव से महज कुछ महीने पहले दोनों अलग-अलग राजनीतिक दिशा में दौड़ रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए राजस्थान में मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
मामला जयपुर के परकोटा इलाक़े का है, यहां सचिन पायलट, बीजेपी के सासंद किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में उस धरने में बैठे दिखाई पड़े, जहां रामप्रसाद मीणा नाम के एक शख़्स की ख़ुदकुशी को लेकर इंसाफ़ की मांग की जा रही है. पायलट ने भी गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और बाक़ी आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है. आपको बता दें कि जयपुर के परकोटा इलाक़े में रामप्रसाद मीणा नाम के शख़्स ने चार दिन पहले ख़ुदकुशी कर ली.
ख़ुदकुशी से पहले उसने वीडियो जारी किया, जिसमें आरोप लगाया कि मंत्री महेश जोशी और कुछ अन्य लोग उसे दस्तावेज़ होने के बाद भी मकान नहीं बनाने दे रहे. वह जिस मंदिर परिसर में रह रहा था, उससे भी उसे बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. तीन दिन से मृतक रामप्रसाद मीणा के परिजन उसके शव के साथ धरने पर हैं, जिसे बीजेपी भरपूर समर्थन दे रही है और इसे पायलट के समर्थन मिलने के बाद सियासत गरमा गई है, क्योंकि पायलट इस मामले में अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ एक बार फिर मुखर हैं.
पायलट ने कहा कि आदिवासी वोट ज्यादातर कांग्रेस को मिलते हैं, एक आदिवासी व्यक्ति की जिस तरह से मौत हुई है, 3 दिन से शव रखा हुआ है. मैंने व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री को कहा है कि इसका समाधान तुरंत किया जाए चाहे महेश जोशी हो या कोई बड़े हों, ऐसी घटना से बहुत बड़ा नुकसान होता है, हमारी सारी योजनाओं पर एक ऐसी घटना पानी फेर देती है. इसलिए इसका तुरंत समाधान करना चाहिए और मुख्यमंत्री ने कहा भी है इसके लिए हम समाधान शीघ्र करेंगे.
इस्तीफा देना नहीं देना तो आत्मा की गवाही होती है. जातीय समीकरण बहुत हावी रहते हैं, उसके है और हमारे खुद के ऊपर ऐसी बातें आ रही है कि तुम क्या कर रहे हो बैठे-बैठे, जब तुम्हारे समाज के इस व्यक्ति को इस तरीके से मार दिया गया और मैं समझता हूं कि नकारा नहीं जा सकता. पूर्वी राजस्थान की बहुत बड़ी जनसंख्या है और मैं जहां तक समझता हूं मरते आदमी झूठ नहीं बोलता है और जो उसके वीडियो है उसकी जांच होनी चाहिए .चाहे कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.