जब इंसान का वक्त आता है तो उसको सबसे अलविदा कहना ही पढ़ता है। फिर चाहे कोई कितना भी करीब और या किसी से कितना भी प्यार करता हो। लेकिन जब इंसान की मौत आती है। वो सबको छोड़ के चला जाता है। अपने मौत के कई वाक्य सुने होंगे। लेकिन आज जो वाक्य हम आपको सुनने जा रहे हैं। वो सुनकर आपका दिल दहल जाएगा। ये मामला बिहार के मुंगेर का है। यहां एक जोड़े की शादी होने के करीब 5 घंटे बाद ही दुल्हन की मौत हो गई। जहां शादी होने के बाद डोली उठती है। वहां इस घर में अर्थी उठी।
दरअसल, यहां 8 मई को निशा नाम की एक लड़की को शादी महकोला गांव के रवीश से हुई थी। शादी की सारी रस्में पूरी होने के बाद ही निशा की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसको तारापुर स्थित सामुदायिक केंद्र लेकर पहुंचे। लेकिन तबियत ज्यादा खराब होने के कारण उसको बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी वह बच न सकी। उसके बाद रवीश ने उसका अंतिम संस्कार करवाया। निशा अफजल नगर पंचायत के खुदिया गांव में रंजन यादव उर्फ रंजय की बेटी थी।
शादी को लेकर घर में सब लोग खुश थे। लेकिन निशा की मौत की खबर से घर में खुशी का माहौल मातम के माहौल में बदल गया। दुल्हन निशा के साथ जीवन बिताने के सात फेरे लेने वाले पति रवीश कुमार को अपनी पत्नी को विदा कर अपने घर महकोला की जगह उनके शव को सीधे श्मशान ले जाना पड़ा।