बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के साथ बहुत से मामले सामने आए। जिसमें बॉलीवुड में हो रहे भेदभाव के साथ साथ कलाकारों के ड्रग्स लेने जैसे मामलों का खुलासा हुआ। जिसके बाद ड्रग्स केस में जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी (NCB) ने बहुत से कलाकारों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। यहां तक के NCB ने सुशांत के मैनेजर और उनके घर के नौकर को भी हिरासत में लिया और उनसे भी पूछताछ की। हालाकि अब एक्टर के घर में काम कर रहे नौकर को ज़मानत पर छोड़ दिया गया है।
जिसके बाद अब खबर है कि सुशांत के घर में काम करने वाले नौकर ने NCB पर आरोप लगाया है। उसमे आरोप लगाया है कि NCB ने गैरकानूनी तरह से उनको अपनी हिरासत में लिया। उसमे NCB के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay Highcourt) में याचिका दायर की है जिसमें उसने सरकार से 10 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। उसका कहना है कि NCB ने संविधान के Article 21 और 22 का उललघंन किया है। जिसके चलते उसने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट के जस्टिस एसएस शिंदे और जस्टिस कार्णिक की पीठ ने इस दायर याचिका पर 6 नवंबर को सुनवाई करने का फैसला लिया है।
दायर याचिका के अनुसार आरोप लगाया गया,”एनसीबी ने रिकॉर्ड में दर्शाया है कि उसे 5 सितंबर को रात आठ बजे गिरफ्तार किया गया था। लेकिन असल में उसे 4 सितंबर को रात दस बजे पकड़ा गया था। जिसके बाद एनसीबी ने उसको अपने पास ही रखा। और फिर 6 सितंबर को दोपहर 1:30 बजे कोर्ट के सामने पेश किया गया। जिसके बाद उसे 9 सितंबर तक एनसीबी की रिमांड पर भेजा गया।” याचिका में कहा गया,”उसे कोर्ट के सामने 36 घंटे से अधिक समय के बाद पेश किया गया। यह सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और संविधान के अनुच्छेद 22 का उल्लंघन है। नियम के मुताबिक गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर ऐसा करना होता है।”