श्रीनगर: बुरहान वानी के मारे जाने के बाद प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने कश्मीर में अपने कैडर को एकजुट रखने के लिए महमूद गजनवी को अपना ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया है. हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर के मुजफ्फराबाद में मंगलवार को हिज्ब की कमांड काउंसिल की बैठक बुलाई थी.
बैठक में बुरहान को श्रद्धांजलि देते हुए कमांडरों ने सर्वसम्मति से कश्मीर में महमूद गजनवी को ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त करने का फैसला किया. सलाहुद्दीन ने फिलहाल पाक अधिकृत कश्मीर को अपना ठिकाना बना रखा है. बताया जा रहा है कि बुरहान सलाहुदीन का खासमखास था. मंगलवार को बुरहान के साथ उसके पोस्टर सड़कों पर लगे नज़र आए.
सैयद सलाहुद्दीन ने कहा, “हम बुरहान के बलिदान को बर्बाद करने की अनुमति नहीं देंगे. बुरहान के इस मिशन को उसके निष्कर्ष तक ले जाया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, “हिज्ब 13 जुलाई को पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में एक कार्यक्रम का आय़ोजन करेगा. इसमें संयुक्त जिहाद परिषद और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता भी भाग लेंगे.”
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद से प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़पों के दौरान अबतक हिंसा में 33 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 1400 लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई गंभीर रूप से घायल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर की हिंसा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की. इसके साथ ही उन्होंने घाटी में शांति बनाए रखने की अपील की. पीएम ने भी घाटी में हिंसा को लेकर चिंता जताई है.
इस बीच मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शाम को अपने एक वीडियो संबोधन में कश्मीरवासियों से हिंसा त्याग कर राज्य में अमन-चैन बहाल करने में मदद मांगी.
मुफ्ती ने कहा, “जैसे ही मैंने बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर सुनी विरोध प्रदर्शन का अनुमान लगाते हुए मैंने कर्फ्यू लगा दिया ताकि किसी और के जीवन को हम बचा सकें. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान जिन्होंने अपनों को खोया है हम उनके साथ हैं और इस मामले की पूरी जांच होगी.’’