कोरो’ना काल में मिली अच्छी खबर, झुग्गियों में रहने वाले लोगों में पाया गया…

0
290

कोरो’ना वाय’रस संक्रम’ण दुनिया भर में तेज़ी के साथ बढ़ता जा रहा है और पूरी दुनिया के वैज्ञानिक कोरो’ना की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। सरकार भी अपनी कोशिशों में लगी हुई हैं। वहीं महाराष्ट्र के शहर मुंबई से एक चोंका देने वाली खबर आई है। मुंबई में एक सीरो-सर्विलांस द्वारा किए गए सर्वेक्षण से मालूम हुआ है कि, यहां तीन निकाय वार्डों के झुग्गी क्षेत्र में रहने वाली 57 फीसदी आबादी और झुग्गी इलाकों से इतर रहने वाले 16 फीसदी लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बन गई हैं। इससे इस बात का पता चलता है कि कोरो’ना वाय’रस के आधिकारिक आंकड़ों से कहीं अधिक लोग पहले ही इससे संक्रमि’त हो चुके हैं। इस बात से ये बात सामने आती है कि, मुंबई अब हर्ड इम्‍युनिटी (बड़ी आबादी में वाय’रस के प्रसार के बाद प्रतिरोधक क्षमता विकसित होना) की ओर बढ़ रही है।

तीन जून 2020 से सीरो-सर्विलांस शुरू किया गया था और जुलाई के महीने के पहले पंद्रह में तीन निकाय वार्डों आर नॉर्थ, एम-वेस्ट, एफ-नॉर्थ के झुग्गी बस्ती में रहने वालों और झुग्गी से इतर इलाकों में रहने वाले लोगों के 6,936 सैंपल लिए गए। इसमें ये बात सामने आई के बिना लक्षण वाले संक्र’मण से पीड़ित लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। मंगलवार को बृहन्मुंबई महानगरपालिका द्वारा बताया गया कि, अध्ययन में खुलासा हुआ है कि इन तीन निकाय वार्डों की झुग्गी में रहनेवाली 57 फीसदी आबादी और गैर झुग्गी क्षेत्रों की 16 फीसदी आबादी के शरीर में एंटबॉडी बन गए हैं। विज्ञप्ति में बीएमसी (BMC) द्वारा बताया गया कि, “यह परिणाम हर्ड इम्युनिटी के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने में महत्वपूर्ण है।”
images 9 7
बीएमसी (BMC) द्वारा कहा गया कि, संबंध में अन्य सर्वेक्षण होगा जो कि वाय’रस के प्रसार और हर्ड इम्युनिटी (बड़ी आबादी में वाय’रस के प्रसार के बाद प्रतिरोधक क्षमता विकसित होना) पर प्रकाश डालेगा। यह सीरो सर्विलांस नीति आयोग, बीएमसी और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल सिसर्च द्वरा संयुक्त रूप से किया गया है। निकाय अधिकारियों द्वारा दावा किया गया है कि, सीरो सर्विलांस का यह परिणाम इस ओर इशारा करता है कि बिना लक्षण वाले संक्रम’ण की दर अन्य सभी प्रकार के संक्र’मण से अनुपात में ज्यादा है। बीएमसी (BMC) ने कहा कि, “हालांकि जनसंख्या में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में संक्रम’ण दर आंशिक रूप से ज्यादा है।” इस बात को लेकर बीएमसी (BMC) द्वारा दावा किया गया कि, झुग्गी क्षेत्रों में ज्यादा संक्रम’ण के पीछे यहां जनसंख्या घनत्व अधिक होना एक वजह हो सकती है क्योंकि यहां शौचालय और पानी लेने वाले स्थान साझा हैं। नगर निकाय द्वारा कहा गया कि, सीरो सर्विलांस सर्वेक्षण में पता चलता है कि संक्रम’ण से होने वाली मृ’त्यु दर काफी कम है और 0.5-0.10 फीसदी की रेंज में है।