नोटों पर किसका हो फोटो? एक के बाद एक आइडिया…!

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अर्थव्यवस्था, खर्च, महंगाई और चुनावी माहौल में वोट के बाद अब नोट का मुद्दा भी चर्चा में है। आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अपील ने नोटों पर किसकी हो फोटो? की बहस छेड़ दी है। एक के बाद एक राजनेताओं की प्रतिक्रियाएं और विचार सामने आ रहे हैं। कोई चाहता है कि इसपर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीर लगे। वहीं किसी की इच्छा नोट पर शिवाजी को देखने की है।

सीएम केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार से अपील है। गांधी जी के साथ करेंसी पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की तस्वीर हो, देश की बिगड़ती अर्थ व्यवस्था को आशीर्वाद मिलेगा—कई कदम उठाने चाहिए, उसमें से ये भी एक है। दिवाली पर हम सबने समृद्धि के लिए लक्ष्मी जी और विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा की।

इसके लिए उन्होंने इंडोनेशिया का उदाहरण भी दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की। उन्होंने कहा, ‘इंडोनेशिया एक मुस्लिम देश है। वहां 85 प्रतिशत मुस्लिम हैं और केवल 2 फीसदी ही हिंदू हैं, लेकिन करेंसी पर श्री गणेश जी की तस्वीर है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि माता लक्ष्मी और श्री गणेश जी की तस्वीरों को नए नोटों पर होना चाहिए।’

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘मां लक्ष्मी और भगवान गणेश संपन्नता और समृद्धि के प्रतीक है। उनके आशीर्वाद से देश समृद्ध होकर आगे बढ़ेगा और नंबर 1 बनेगा। भारत की करंसी पर महात्मा गांधी जी के साथ-साथ माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर लगाना पूरे देश के लिए मंगलमयी साबित होगा..’

इसके बाद से ही उम्मीदवारों की सूची सी जारी हो गई। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी से विधायक नीतेश राणे ने भी छत्रपति शिवाजी की फोटो लगाने का सुझाव दिया। इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर 200 रुपये का नोट भी पोस्ट कर दिया और उसे ‘परफेक्ट’ बताया।

अब कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी सुझाव दिया है। उन्होंने पूछा कि नोट पर बाबासाहेब की तस्वीर क्यों नहीं हो सकती। उन्होंने ट्वीट किया, ‘करेंसी नोट की नई सीरीज पर डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर की फोटो क्यों नहीं हो सकती? एक तरफ महान महात्मा और दूसरी तरफ डॉक्टर आंबेडकर। अहिंसा, संविधानवाद और समतावाद के साथ आने से आधुनिक भारत को जोड़ेगा।’

भाषा के अनुसार, भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से कहा कि अपनी सरकार की खामियों को छुपाने और आम आदमी पार्टी की हिन्दू विरोधी मानसिकता से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए वह (केजरीवाल) राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं। केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में जो कुछ कहा, वह उनकी यू-टर्न राजनीति का ही हिस्सा है। इसमें उनका पाखंड नजर आता है।