जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के सांझी विरासत बचाओ सम्मेलन में बोलते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ये जो समय चल रहा है वो इमरजेंसी का बाप है। लोग सड़क पर भी बात करने से डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शरद यादव के नेतृत्व वाली जेडीयू ही असली जेडीयू है, नीतीश वाली JDU बीजेपी की है। महागठबंधन टूटने के बाद बागी शरद यादव के इस सम्मलेन में 17 राजनीतिक दलों के हिस्सा लेने का दावा किया जा रहा है।
सम्मेलन की शुरुआत में शरद यादव ने कहा कि देशभर में किसानों और दलितों के साथ अत्याचार हो रहा है, देश भर में बेचैनी है शरद यादव ने कहा कि मैंने किसी को नहीं बुलाया है फिर भी हजारों लोग मेरे साथ जुड़ रहे हैं। कार्यक्रम में गुलाम नबी आजाद, रामगोपाल यादव, सीताराम येचुरी और डी राजा पहुंचे हैं।
सम्मेलन में नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि ये लोग जोड़ने की बात करते हैं लेकिन तोड़ने का काम कर रहे हैं। पहले हमारी जंग अंग्रेजो से थी, लेकिन अब अपनो से है। उन्होंने कहा कि मैं फक्र से कहता हूं कि मैं एक हिंदुस्तानी मुसलमान हूं। मैं उस घाटी से आया हूं जहां पर लोगों को पाकिस्तानी कहा जाता है।
गौरतलब है कि साझा विरासत बचाओ सम्मेलन के लिए शरद यादव पूरी जी जान से जुटे हुए हैं ताकि वह विपक्ष को एकजुट करने वाले नेता के तौर पर अपनी पहचान बना सकें। ऐसे में उन्होंने विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई, जिसमें कांग्रेस से राहुल गांधी और मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, सीपीएम से सीताराम येचुरी, एनसीपी से तारिक अनवर को निमंत्रण भेजा गया था। बी आर अंबेडकर के परपोते प्रकाश अंबेडकर को भी बुलाया गया है और महाराष्ट्र के किसान नेता राजू शेट्टी को भी, जिनकी संस्था स्वाभिमानी शेतकारी संगठन का संबंध एनडीए से आजकल ठीक नहीं चल रहे हैं।