बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी। फायरिंग में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्र की शव यात्रा में शामिल लोगों ने कई गाड़ियों और दुकानों में आग लगा दी। ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ सड़कों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिगड़ते हालात को देखते हुए एडीजी (कानून-व्यवस्था) और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को तुरंत बहराइच जाने के आदेश दिए। एडीजी के साथ सचिव गृह संजीव गुप्ता भी बहराइच भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने शाम तक मामले की रिपोर्ट मांगी है।
ये है पूरा मामला
रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में रविवार को पहुंचा था। धार्मिक स्थल के सामने डीजे बजाने पर समुदाय विशेष के लोगों ने रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे आक्रोश फैल गया।
इसके विरोध में प्रदर्शन के साथ आगजनी और पथराव हुआ था। हरदी पुलिस ने विरोध कर रहे बहुसंख्यक समाज के लोगों पर ही जमकर लाठियां भांजी। कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद बाद भोर में शव घर पहुंचा।
कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद भोर में शव घर गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। लोग आक्रोशित हो उठे। हजारों की संख्या में आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
परिवारजन के साथ हजारों की संख्या में लोग शव को लेकर तहसील परिसर की ओर चल दिए। ग्रामीण अपराधियों को फांसी देने और घर पर बुलडोजर की कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।