हाल ही में हुए कानपुर पु’लिस ह’त्याकां’ड के अप’राधी विकास दूबे ने खुद को पु’लिस में हवाले कर दिया था। बता दें कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक सिक्योरिटी गार्ड द्वारा उसकी पहचान हुई। जिसके चलते पु’लिस उस तक पहुंचने में सफल हुई। अब खबर है कि विकास दूबे का एनका’उंटर कर दिया गया। खबर के मुताबिक आज सुबह विकास दुबे एसटीएफ पु’लिस की मु’ठभेड़ में मा’रा गया। कानपुर पहुंचते ही विकास दुबे पु’लिस की बंदू’क छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था। जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने उसको मा’र गिराया। विकास के इस एनका’उंटर के चलते पूरे घट’नाक्रम पर सवाल उठने लगे। विपक्षी नेताओं का कहना है कि इस एनका’उंटर की वजह से उन सभी लोगों को बचा लिया गया है, जो विकास दुबे की मदद कर रहे थे।
सवाल ये भी उठ रहे है कि इस पूरे मसले में विकास दुबे को राजनीतिक शक्तियों से शह मिलने की बात हो रही थी, वो क्या अब सामने निकलकर आएगी? ऐसे ही कुछ सवाल कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने किए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि “अपरा’धी का अंत हो गया, अप’राध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?” विकास के इस एनका’उंटर को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा “हा’दसे में कार पलटी नहीं है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।” उन्होंने अपने इस ट्वीट के जरिए इस एनका’उंटर के पीछे बड़े राज को छिपाने का आ’रोप लगाया है।
बता दें कि बीते शुक्रवार में विकास दूबे ने कानपुर के गांव बिकरु में अपने साथियों के साथ आठ पु’लिसक’र्मियों की ह’त्या की थी। जिसके बाद वो एक हफ्ते तक पु’लिस को चकमा देकर तीन अन्य राज्यों में घूमता रहा। जिसके चलते पु’लिस पर सवाल उठ रहे है कि पु’लिस की नाकाबं’दी के बाद भी वो किस तरह कानपुर से निकलने में कामयाब हुआ। यहां तक कि उस दिन छा’पेमा’री करने पहुंचे पु’लिस दल के लिए जैसी विकास और उसके गुं’डों की ओर से दिखी थी, इससे खुद पु’लिस की भूमिका पर सवाल उठे हैं। अब अचानक से हुए इस एनका’उंटर से आशंका है कि पता नहीं जो केस के पीछे की असली कहानी है, वो सामने आएगी या नहीं।