चमोली : ट्रैकिंग पर कई बार हादसे हो जाते हैं और कई बार ट्रैकर्स की तबीयत भी अधिक ऊंचाई पर जाने से बिगड़ जजाती है, जिसके चलते जानें चली जाती हैं। द्रोणागिरी गए एक ट्रैकर की कल मौत हो गयी। द्रोणागिरी गांव से उसके शव को हेलिकॉप्टर से ज्योतिर्मठ पहुंचाया गया। यहां शव का पोस्टमार्टम किया गया।
जानकारी के अनुसार चार पर्यटकों का दल 22 सितंबर को द्रोणागिरी के बागणी ग्लेशियर की ट्रैकिंग पर गया था। ट्रैकिंग से लौटते समय अमल मोहन (35) निवासी पूवाथिकल हाउस इडडुकी केरल की मौत हो गई। अमल के साथ ट्रैकिंग पर गए विष्णु नायर निवासी अम्वाडी इराविचरा नाडुविल सूरानाड साउथ जिला कोरम केरल ने बताया, उन्होंने 22 सितंबर को ट्रैकिंग शुरू की।
उनके साथ हिरेन कुमार कुमार और उमंग अरविंद भाई दोनों निवासी नवसारी गुजरात भी शामिल थे। 23 सितंबर को वे द्रोणागिरी पहुंचे। 24 को बागणी बेस कैंप पहुंचे और अगले दिन 25 सितंबर को अरुड में बेस कैंप किया। अगले दिन शाम को बागणी बेस कैंप वापस आने पर अमल मोहन की तबीयत बिगड़ने लगी। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। 27 सितंबर को सुबह तीन बजे मौत हो गई।