उत्तराखंड : बादल फटने से भारी तबाही, यहां बह गया पुल

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देहरादून: राजधानी में देर रात बादल फटने भारी नुकसां हुआ है। रायपुर ब्लॉक के सरखेत गांव में लोगों ने यह जानकारी दी। एसडीआरएफ की टीम सूचना पाते ही मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

मौसम के बदले मिजाज के चलते पिछले कल मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश हुई। कुमाऊं के खटीमा में सबसे अधिक 152 मिमी और देहरादून के सहस्रधारा इलाके में 97.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान तीन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले चौबीस घंटे में देहरादून, चमोली और बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों रहने की जरूरत है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।

बारिश से सौंग, सुसवा, चंद्रभागा नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं, बंगाला नाला और अन्य छोटे नालों का जलस्तर भी बढ़ गया। लगातार हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। देहरादून में भी प्रेमनगर के पास टोंस नदी उफान पर आ गई।

बारिश के कारण चंद्रभागा, सौंग, सुसवा नदी और बंगाला नाला उफान पर हैं। जिन क्षेत्रों में बरसाती पानी की निकासी के इंतजाम नहीं हैं वहां सड़कें तालाब सी बन गई हैं। वहीं सौंग नदी का जलस्तर बढ़ने से खदरी और गौहरी माफी में भूमि कटाव शुरू हो गया है।

खदरी निवासी विनोद जुगलान ने बताया कि नदियों का जलस्तर बढ़ने से भूमि कटाव शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से क्षेत्र में सुअररोधी दीवार के साथ सौर ऊर्जा तार बाड़ भी लगाई गई थी वह भी कटाव की भेंट चढ़ गई।