कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के चुनावी महासमर का तानाबाना बुन लिया है। सरकार बनाने के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले प्रशांत किशोर (पीके) ने कांग्रेस के मिशन यूपी का रोडमैप तैयार कर दिया है। फिलहाल प्रशांत की सलाह पर पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं पार्टी ने यूपी की सियासत में अपनी युवा ब्रिगेड को आगे लाने का भी मन बनाया है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनावी समर में उतरने से पहले पार्टी का पूरा ध्यान फिलहाल संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है। अप्रैल से सितंबर तक संगठन की संरचना को चुस्त-दुरुस्त किया जाएगा। अक्तूबर से पार्टी के दिग्गज और अनुभवी नेता सूबे में प्रवास करेंगे।
पार्टी ने प्रशांत किशोर के सुझावों पर ही यूपी में युवा और बेदाग छवि वाले नेताओं पर दांव आजमाने की तैयारी की है। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर यूपी में 500 कार्यकर्ताओं की भारी भरकम टीम के साथ उतर रहे हैं। पार्टी अपने चुनाव प्रचार में तकरीबन 400 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
यूपी में चुनाव प्रचार की कमान प्रियंका गांधी संभालेंगी। यह भी तय हो गया है कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के तौर पर किसी को भी प्रोजेक्ट नहीं करेगी। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी ने यूपी को लेकर अभी से आतंरिक सर्वेक्षण कराना शुरू कर दिया है।
पिछले दिनो सर्वे के सिलसिले में पीके की टीम वाराणसी भी आई थी। अमेरिकी चुनाव सर्वेक्षण के तौर पर प्रशांत किशोर की टीम पहली बार कांग्रेस के लिए पैनल सर्वे कर रही है, जिसके परिणामों से हर महीने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस किसी भी दल से गठनबंधन नहीं करेगी। वह अकेले ही चुनाव लड़ेगी।