उत्तर प्रदेश में लोगों और जगहों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई और शक्तिशाली सेना का गठन किया है। बता दें कि इस नई फोर्स को बहुत शक्ति दी जाएगी। जिससे वह बिना किसी वारंट या ऑफिशियल नोटिस के किसी को भी गिरफ्तार कर सकते हैं और साथ ही तलाशी भी के सकते हैं। बताया जा रहा है कि इनकी पावर CISF जैसी होगी। वह कोई भी एक्शन बिना परमिशन ले सकते हैं। राज्य सरकार ने इस बात की जानकारी रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट से दी।
खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (UPSSF) उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय, जिला न्यायालयों, प्रशासनिक कार्यालय एवं परिसर व तीर्थस्थल, मेट्रो रेल, हवाई अड्डा, बैंक अन्य वित्तीय, शैक्षिक संस्थान, औद्योगिक संस्थान आदि की सुरक्षा व्यवस्था करेगी। जिसके बाद एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि “इस प्रकार 05 बटालियन के गठन पर कुल व्यय भार 1747.06 करोड़ अनुमानित है जिसमें वेतन भत्ते व अन्य व्यवस्थाएं भी सम्मिलित हैं।” साथ ही ये भी बताया कि शुरुआती दौर में इस फोर्स को पीएसी (PAC) की मदद से इनको आगे ले जाया जाएगा।
अवस्थी ने कहा, “महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा हेतु वर्तमान में 9,919 कर्मी कार्यरत रहेंगे। विशेष सुरक्षा बल के रूप में प्रथम चरण में 5 बटालियन का गठन किया जाना प्रस्तावित है। इन बटालियनों के गठन हेतु कुल 1,913 नये पदों का सृजन किया जाएगा।” राज्य सरकार की इस फोर्स को लेकर काफी सवाल भी खड़े किए गए। बोला गया कि फोर्स को दी गई शक्तियों को गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है। वहीं सरकार ने अभी तक किसी भी आलोचना का जवाब नहीं दिया है। सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है।