भारत ही नहीं पूरे विश्व में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन ही मात्र एक ऐसा जरिया है जिसके तहत वायरस के फैलाव को रोका जा सकता है। परंतु अचानक से लॉकडाउन होने के कारण बहुत सारे ऐसे छात्र और दिहाड़ी मजदूर विश्व के किसी न किसी कोने में फंसे हुए हैं और वह लगातार सरकार से वापस लाने की गुहार कर रहे हैं। वही अरब देशों में भी बहुत ज्यादा संख्या में भारतीय मजदूर काम करते हैं ऐसे में वह भी वहां फंसे हुए हैं और उन्हें वापस लाने के लिए भारत सरकार विचार कर रही है और इसके लिए अरब देशों दे बातचीत जारी है।
दरअसल, भारत दुनिया में छपी ख़बर के मुताबिक़ खाड़ी देशों में फंसे लाखों भारतीय जल्द ही अपने देश वापस आ सकते हैं।खाड़ी के देशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने वहां रह रहे लोगों की देश वापसी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी।इस बारे में उचित इंतज़ाम भी शुरू हो चुके है।अमूमन यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि 15 मई के बाद खाड़ी देशों से भारतीय प्रवासी लोगों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
बता दें कि,UAE की राजधानी अबुधाबी स्थित भारतीय दूतावास से भी वहां की सरकार ने डाटा एकत्रित करने के लिये और प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के सिलसिले में अवगत कराने की बात कही है। यही नही सऊदी अरब और यूएई जैसे बड़े देशों के अलावा बहरीन में भी फँसे हुए भारतीयों के लिए वहां स्थित भारतीय दूतावासों ने व्यवस्था शुरू की है और उन्हें भी जल्द वापस लाने के इंतजाम शुरू किए जाएंगे।
बता दें कि सऊदी अरब में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में काफी इज़ाफ़ा हुआ है। अब तक वहां 25 हजार से भी ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं,जिसमें 176 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3765 लोग ठीक हो कर घर वापस आ जाते हैं।