इस्लामाबाद। वाशिंगटन में तैनात पाकिस्तानी राजदूत जलील अब्बास जिलानी ने अपनी हरकत से अमेरिका को नाराज कर दिया है। प्रथम महिला मिशेल ओबामा के साथ अपनी फोटो ट्वीट करने के लिए उन्हें अमेरिका ने फटकार लगाई है। हालांकि पाकिस्तान ने इससे इन्कार किया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को सफाई देते हुए इस संबंध में मीडिया में आई खबरों को झूठा और आधारहीन बताया है। मंत्रालय ने कहा है कि व्हाइट हाउस की ओर से इस घटना पर नाखुशी जताने वाला कोई पत्र न तो उन्हें मिला है और न ही वाशिंगटन स्थित दूतावास को। मंत्रालय ने कहा है कि हकीकत की पड़ताल किए बिना अपनी कल्पना से खबर लिखना अनैतिक है।
पाकिस्तानी अखबार “द न्यूज इंटरनेशनल” में व्हाइट हाउस से जिलानी को पत्र भेजे जाने का दावा किए जाने के बाद यह सफाई दी गई है। अखबार ने बताया था कि जिलानी ने 27 मई को एक फोटो ट्वीट की थी। इसमें वह, उनकी पत्नी और मिशेल ओबामा साथ थीं।
अमेरिका ने उनकी इस हरकत को गैर राजनयिक और भरोसा तोड़ने वाला बताया है। यह तस्वीर उस वक्त ली गई थी जब जिलानी के बेटे की ग्रेजुएशन पार्टी में शामिल होने मिशेल पाकिस्तानी दूतावास पहुंचीं थी। जिलानी का सबसे छोटा बेटा उसी स्कूल में पढ़ता था जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बेटियां मालिया और साशा पढ़ी हैं।
अखबार के अनुसार यह तस्वीर ट्वीट कर जिलानी ने यह संकेत देने की कोशिश की थी कि उनकी अमेरिका के प्रथम परिवार से बेहद नजदीकियां हैं। इसके बाद मीडिया में मिशेल और उनके बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की रिपोर्टें भी आईं।
इससे नाराज व्हाइट हाउस ने निजी कार्यक्रम में मिशेल की मौजूदगी का सियासी फायदा उठाने के इस तरीके को गैर पेशेवर करार दिया है। उल्लेखनीय है कि ट्वीट करने के कुछ घंटे बाद ही जिलानी ने यह फोटो हटा ली थी, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया में शेयर हो चुका था।