देवभूमि से दहाड़, ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पाकिस्तान में छिपे आतंकियों पर हुई कार्रवाई का जोरदार स्वागत किया है। उन्होंने साफ कहा—”यह शुरुआत है, अभी और चाहिए।” उनका कहना है कि भारत सरकार को इससे भी कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि आतंक का पोषक पाकिस्तान 100 साल पीछे चला जाए।
शंकराचार्य ने कहा कि “जो देश आतंकियों को पालता है, उन्हें पनाह देता है, वह खुद भी उतना ही दोषी है जितना बम फोड़ने वाला हाथ।” उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम देना प्रतीकात्मक है, “जो लोग भारत की बहू-बेटियों के मांग का सिंदूर उजाड़ते हैं, अब उनके सिर पर सिंदूर यानी खून का टीका चढ़ेगा।”
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ये भी कहा कि देश की जनता लंबे समय से इस दिन की प्रतीक्षा कर रही थी। यह कार्रवाई न सिर्फ बदला है, बल्कि संदेश भी—”भारत अब चुप नहीं बैठेगा।”