एक महिला के बयान से उत्तराखंड में हो सकता है 'तख्तापलट'

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हरक सिंह रावत पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली यु‌वति के नए बयान से उत्तराखंड मुख्यमंत्री की परेशानियां बढ़ गई हैं। वहीं भाजपा रावत के इस्तीफे की मांग कर रही है। पीड़िता की ओर से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ दबाव में रेप का मुकदमा दर्ज कराने का बयान देने से हरक को राहत मिल सकती है। वहीं, मुख्यमंत्री हरीश रावत की मुसीबत बढ़ सकती है।
महिला ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के दबाव में मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। लिहाजा, हरीश रावत के लिए यह बयान मुसीबत खड़ी कर सकता है। कानून के जानकारों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की मानें तो झूठा मुकदमा दर्ज कराने के मामले में पुलिस फरियादी महिला के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई कर सकती है।
दून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनमोहन कंडवाल ने बताया कि अगर मुकदमा समाप्त होता है तो पुलिस महिला के खिलाफ 182 की कार्रवाई कर सकती है। ऐसे में हरक सिंह रावत को राहत मिल जाएगी। हालांकि सबूतों का भी इसमें अहम रोल है।
वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव शर्मा का कहना है कि महिला ने 164 के बयान (मजिस्ट्रेटी बयान) में मुख्यमंत्री हरीश रावत पर मोबाइल से धमकी देने और मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है तो इससे हरीश रावत की मुसीबत बढ़ सकती है। उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने, धमकी देने और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा बनता है।
वहीं, महिला के खिलाफ भी 182 की कार्रवाई का आधार है। जिसमें दोषी पाए जाने पर छह महीने की कैद या जुर्माना अथवा दोनों सजाएं हो सकती हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता सुयेश कुकरेती के मुताबिक 164 के बयान की विधिक मान्यता ज्यादा है। पुलिस का विवेचक या हरक सिंह चाहें तो महिला के खिलाफ 182 की कार्रवाई हो सकती है। अगर महिला की बात सबूतों में सही पाई जाती है तो वह 182 की कार्रवाई से भी बच सकती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने हरक सिंह रावत पर आरोप लगाने वाली महिला के नए खुलासे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि षड़यंत्रकारियों को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इससे साफ हो गया है कि सत्ता पक्ष विपक्ष के खिलाफ राजनीतिक दुर्भावना से फर्जी मुकदमे दर्ज करा रहा है। बुधवार को जारी बयान में भट्ट ने कहा है कि हरक सिंह रावत पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने खुलासा कर दिया है कि उसने किसके कहने पर ऐसा किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले दिन से जो कह रही थी वह अब साबित हो गया है।
हमने इस मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा कोई षड्यंत्र किये जाने की आशंका व्यक्त की थी। साथ ही हमने यह भी कहा था की कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि अब नया खुलासा आने पर षड्यंत्र की बात सिद्ध हो गई है और कानून को अपना काम करना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार षड्यंत्र किया जाना भी अपने आप में गंभीर अपराध है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि हरीश रावत एक ओर स्टिंग में फंसे हैं और उनके खिलाफ सीबीआई जांच भी चल रही है। अब यह गंभीर प्रकरण सामने आया है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व विधायकों प्रणव चैंपियन और रेखा आर्य के खिलाफ भी षड़यंत्र रच रहे हैं।