हरियाणा में हिंसा के बाद तनाव, अब तक पांच की मौत, लगा कर्फ्यू

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हरियाणा : नूंह में दो समुदायों में हिंसक झड़प को लेकर प्रशासन अलर्ट है। उपद्रव को देखते हुए शाम को जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 लागू कर दी। शाम चार बजे के बाद दो अगस्त तक के लिए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह के अफवाह को फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।

गुरुग्राम के सोहना में शांति बहाल करने के लिए सद्भावना कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में दो समुदाय की ओर से 21-21 लोगों को शामिल किया गया। जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कमेटी के साथ बैठक की। इस दौरान उपायुक्त ने शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, कमेटी में शामिल लोगों ने नुकसान की भरपाई कराने की मांग की है।

विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने नूंह में हिंसा को लेकर पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से कोई तैयारी नहीं थी, जबकि कई दिनों से इस यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन से संवाद हो रहा था। इस धार्मिक यात्रा में हजारों लोग इकट्ठा होने वाले थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए इस यात्रा के मद्देनजर अर्द्धसैनिक बल की तैनाती होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अभी भी वहां सुरक्षा के इंतजाम दुरुस्त नहीं है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा, “संवाद के जरिए सभी विषयों का हल निकाला जा सकता है। प्रदेश के सभी नागरिक हरियाणा एक हरियाणवी एक के सिद्धांत पर चलते हुए समाज और प्रदेश के हित में सहयोग दें। नूंह में जिस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई उस स्थिति में हर आम नागरिक की जिम्मेदारी समाज और प्रदेश के प्रति और भी बढ़ जाती है। ऐसे में हमें कोई भी संदेश प्रचारित करते हुए और भी अधिक संवेदनशील होना चाहिए।

कोई भी व्यक्ति संविधान से ऊपर नहीं है। देश की अखंडता और शांति के लिए सबको मिलकर प्रयास करते रहना चाहिए। सभी से विनम्र अनुरोध है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें और भाईचारे को बनाए रखें। नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि जिले में हुई हिंसक घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले विवादित वीडियो की देन है।

यहां यात्रा पहले भी निकलती थी और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में दोनों धर्मों के लोग शामिल होते थे मेरा मानना है कि एक साजिश के तहत वीडियो बनाकर मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी ने प्रसारित किया जिसके चलते यहां का माहौल खराब हुआ और हिंसक घटना हुई। पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से नाकाम रहा घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए।