वाशिंगटन: भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को अलविदा कह दिया है। दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के तहत धरती की ओर लौट रहे हैं। सोमवार देर रात को स्पेसएक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान ISS से सफलतापूर्वक अलग हो गया, जिसका नासा ने लाइव प्रसारण किया। यह यात्रा लगभग 17 घंटे की होगी और मंगलवार को ये अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुंचेंगे।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले नौ महीने से अंतरिक्ष में थे। उनकी यह यात्रा जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानव मिशन के साथ शुरू हुई थी, जो मूल रूप से 8 दिन की थी। हालांकि, स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई और इसे खाली वापस भेजा गया। इसके बाद नासा ने स्पेसएक्स की मदद से क्रू-9 मिशन को तैयार किया, जिसमें सुनीता और बुच को वापस लाने की योजना बनाई गई।
नासा के लाइव प्रसारण में दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को क्रू-9 यान में सवार होते और ISS से विदाई लेते देखा गया। सुनीता विलियम्स ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि यह एक यादगार यात्रा रही। उनके साथ निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी इस मिशन का हिस्सा हैं। यह यान मंगलवार सुबह फ्लोरिडा के तट पर उतरेगा।
इस मिशन के साथ सुनीता विलियम्स का अंतरिक्ष में बिताया गया समय 300 दिनों से अधिक हो गया है, जो उन्हें सबसे अनुभवी महिला अंतरिक्ष यात्रियों में शुमार करता है। नासा और स्पेसएक्स की इस संयुक्त कोशिश को अंतरिक्ष अनुसंधान में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।