सीएम योगी ने वाराणसी के DM का ट्रांसफर कर दिया था, लेकिन 24 घंटे के भीतर पीएम मोदी के दखल के बाद डीएम का ट्रांसफर रोक दिया गया। अब ये रोक चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर रुक गया है। शुक्रवार को कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर प्रयागराज के मंडलायुक्त पद पर कर दिया गया था, लेकिन 24 घंटे के अंदर ही शासन को अपना ये फैसला वापस लेना पड़ा। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि 24 घंटे के अंदर कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर रोकना पड़ा?
कौशल राज शर्मा का शुक्रवार को शासन ने ट्रांसफर कर दिया था। उन्हें प्रयागराज का नया मंडलायुक्त बनाया गया था। हालांकि, 24 घंटे के अंदर ही सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। पुराना आदेश निरस्त करते हुए कौशल राज शर्मा को वाराणसी के डीएम पद पर बने रहने का नया फरमान जारी किया गया।
शासन के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कौशल के ट्रांसफर पर रोक लगाने के लिए खुद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा था। पीएमओ की तरफ से शासन को यह भी कहा गया है कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रशासनिक फेरबदल से पहले पीएमओ को सूचित किया जाए।
कहा जाता है कि वाराणसी में अभी भी काफी विकास कार्य बचे हुए हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसके पहले नगर निकाय चुनाव भी है। ये दोनों चुनाव भाजपा के लिए चुनौती का विषय है। इनमें अगर गड़बड़ी हुई तो सीधे सवाल पीएम मोदी पर खड़े होंगे। पीएमओ किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता है।
कौशल राज शर्मा काम में काफी तेज माने जाते हैं। वाराणसी से पहले वह प्रयागराज, कानपुर जैसे बड़े जिलों में डीएम रह चुके हैं। दो नवंबर 2019 को जब लोकसभा चुनाव में जीतकर भाजपा दोबारा सत्ता में आई थी, तब सरकार ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कमान कौशल राज शर्मा को दी थी। तब से लेकर आज तक वह इस पद पर बने रहे। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की कई परियोजनाओं को आगे बढ़ाया।