इजरायल और फलस्तीन के आतंकी संगठन ‘हमास’ के बीच जंग तेज होती जा रही है। जहां हमास के हमले में 1200 से ज्यादा इजरायली लोगों की जान चली गई, तो वहीं इजरायल की जवाबी कार्रवाई में हमास के 1500 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।
जंग शुरू होने के बाद से कई विदेशी नागरिकों की मौत हो चुकी है, तो वहीं सभी देश अपने नागरिकों को बचाने की कोशिश में जुट गए हैं। भारत सरकार भी अपने नागरिकों को बचाने की जुगत में लग गई है। भारतीयों को वापस लाने के लिए बुधवार को ऑपरेशन अजय शुरू किया गया।
इजरायल से भारतीयों को वापस लाने के लिए जद्दोजहद तेज हो गई है। इजराइल के साथ बेहतर संबंध होने के नाते भारत ने हमास के हमले की निंदा की। पीएम मोदी ने भी इजराइल के पीएम से बात कर एकजुटता जताई।
हमले के बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय भी एक्टिव मोड में है और विदेश मंत्री ने इजराइल में भारतीयों को सावधानी बरतने को कहा। मंत्रालय ने इसको लेकर एक हेल्पलाइन नंबर भी लांच किया और जंग के 5वें दिन भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया।
- ऑपरेशन अजय इजरायल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किया गया एक अभियान है, ये कोई बचाव अभियान नहीं है।
- विशेष चार्टर्ड फ्लाइट्स को इस अभियान में लगाया गया है और जरूरत पड़ने पर नेवी शिप भी लगाए जा सकते हैं।
- इस अभियान में सिर्फ उन भारतीयों वापस लाया जाएगा, जो आना चाहते हैं। इसमें सभी भारतीयों को वापस नहीं लाया जाएगा।
- इजराइल में अभी छात्रों, पेशेवरों और व्यापारियों को मिलाकर लगभग 18,000 भारतीय रहते हैं। जो भारतीय नागरिक इजराइल से वापस आना चाहते हैं, उनकी वापसी के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया गया है।