देश में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को लेकर खलबली मची हुई है। बढ़ते मामलों के बीच केंद्र पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। बढ़ते मामलों के बीच अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुछ बातें कही हैं। लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की एक अहम बैठक हुई है। जिसमें सोनिया गांधी ने कोरोना को लेकर चर्चा की है। सोनिया गांधी का कहना है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई एक राष्ट्रीय चुनौती है। इसको राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए और सबको एक साथ मिलकर इसका सामना करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि “कोविड-19 की दूसरी लहर ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया है, हमारे पास इससे निपटने की तैयारी के लिए एक साल का समय था, लेकिन हम बिना तैयारी के फिर इसकी चपेट में आ गए हैं। कोविड-19 संकट संबंधी पूर्वानुमान, आकलन और प्रबंधन के संदर्भ में मोदी सरकार ने कोई तैयारी नहीं की।” जैसा की सभी को पता है सरकार ने फिलहाल टीकाकरण के लिए अभी न्यूतम आयुसीमा 45 साल निर्धारित कर रखी है। लेकिन सोनिया गांधी का कहना है कि इसको 25 साल तक कर दिया जाए। ताकि जो युवा पहले से ही बीमार हैं उनको इस संक्रमण से बचा सकें।
टीकाकरण को लेकर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि “सरकार को टीकाकरण के लिए अपनी प्राथमिकता पर पुनर्विचार करना चाहिए और आयुसीमा को घटाकर 25 साल करना चाहिए। अस्थमा,मधुमेह, किडनी और लीवर संबंधी बीमारियों से पीड़ित सभी युवाओं को टीका लगाया जाना चाहिए।” गौरतलब हैं कि इस बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सीडब्ल्यूसी के दूसरे सदस्य शामिल थे।