कर्नाटक में मुख्यमंत्री चुनने के लिए कांग्रेस के तीन ऑब्जर्वर्स ने रविवार देर रात तक विधायक दल की बैठक में MLAs से बातचीत की। ऑब्जर्वर्स सुशील कुमार शिंदे, दीपक बावरिया और भंवर जितेंद्र सिंह ने विधायकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग भी की।
कांग्रेस लीडर बीके हरि प्रसाद ने सोमवार को बताया कि सीक्रेट बैलट वोटिंग भी हुई। उन्होंने कहा कि विधायकों की राय हाईकमान को भेज दी गई है। अब खड़गे दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बातचीत कर मुख्यमंत्री पर फैसला लेंगे। सिद्धारमैया हाईकमान से मिलने दिल्ली रवाना हो चुके हैं।
डीके के दिल्ली जाने पर अभी संशय है। आज उनका जन्मदिन है। डीके समर्थकों से मिलने के बाद मीडिया से भी मिले। उन्होंने कहा, “आज मेरा जन्मदिन है। कार्यकर्ता घर पर मिलने आ रहे हैं। पूजा-पाठ भी है। अभी दिल्ली जाने पर कोई फैसला नहीं किया है। हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया है। मुझे जो काम सौंपा गया था, वो मैंने पूरा कर दिया है। मुझे नहीं पता जन्मदिन पर हाईकमान मुझे क्या तोहफा देगा। कर्नाटक के लोग पहले ही हमें नंबर्स दे चुके हैं।”
कई मीडिया रिपोर्ट्स में कांग्रेस सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि विधायक दल की मीटिंग में जो सीक्रेट बैलट वोटिंग हुई। इसमें 80 विधायकों ने सिद्धारमैया का सपोर्ट किया है। कांग्रेस नेता अजय सिंह ने कहा- कांग्रेस हाईकमान कोई भी फैसला लेने से पहले सभी को भरोसे में लेगा और सबकी राय से फैसला करेगा।
मीटिंग बेंगलुरु के शांगरी-ला में रविवार रात हुई। इस दौरान डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया मौजूद थे। सिद्धारमैया ने प्रस्ताव रखा कि मुख्यमंत्री का चुनाव खड़गे ही करें। डीके समेत बाकी विधायकों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विधायक दल की बैठक के दौरान होटल के बाहर डीके और सिद्धारमैया के समर्थकों ने नारेबाजी की। इस मीटिंग से पहले डीके शिवकुमार ने अपने जन्मदिन का केक काटा था। उन्होंने चुनाव में जीत को जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफा बताया था।