बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा 23 अक्टूबर को की जाएगी। बता दें कि क्रिकेट के मैदान पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की पहचान एक फाइटर की रही है। जिसकी वजह से वो एक सफल कप्तान माने जाते थे।
अब जबकि सौरव क्रिकेट के खिलाड़ी से इतर एक अलग पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में क्रिकेट से ही जुड़ी एक अलग भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। तो उनके साथ क्रिकेट के मैदान पर कई पारियां खेल चुके रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख़्तर का एक बड़ा बयान सामने आया है।
बता दें कि शोएब अख़्तर ने कहा है कि, “साल 2000 तक टीम इंडिया दबकर खेलती थी। वह सौरव ही थे जिन्होंने इस टीम को लड़कर जीतना सिखाया। वह युवराज, हरभजन, ज़हीर और नेहरा जैसे प्लेयर्स को लाया। सही मायनों से वह तेज़ गेंदबाजों का कप्तान था। अगर वह मेरा कप्तान होता, तो टेस्ट क्रिकेट में मेरे 500 विकेट होते। बल्लेबाज़ी के दौरान मैंने उसे कई बार हिट किया इसलिए कुछ लोग कहते थे कि वह मुझसे डरता था। यह सही नहीं है। अगर दादा डरता होता तो मेरे सामने ओपनिंग करने नहीं आता।”