उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने रविवार को अपने मुखपत्र सामना में दावा किया कि शिवसेना के 40 बागी विधायकों में से 22 जल्द ही भाजपा में शामिल हो जाएंगे। अपने साप्ताहिक कॉलम में शिवसेना बारिश और सुखाड़ के दौरान निष्क्रिय रहने के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी तंज कसा है। उद्धव की शिवसेना ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाना भाजपा की एक अस्थायी व्यवस्था है।
सामना में रोकठोक कॉलम में दावा किया गया है, “अब सभी समझ गए हैं कि उनकी (शिंदे की) मुख्यमंत्री की वर्दी कभी भी उतार दी जाएगी। शिवसेना ने सामना में कहा है, ”शिंदे गुट का महाराष्ट्र की ग्राम पंचायत और सरपंच चुनाव में सफलता का दावा झूठा है। शिंदे समूह के कम से कम 22 विधायक नाराज हैं। यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि इन विधायकों में से अधिकांश का भाजपा में विलय हो जाएगा।” संपादकीय में में आगे कहा गया है कि शिंदे के कार्यों से महाराष्ट्र को बहुत नुकसान हुआ है और राज्य उन्हें माफ नहीं करेगा। शिवसेना ने आरोप लगाया है कि भाजपा शिंदे को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती रहेगी।
कॉलम में आगे कहा गया है, ”शिंदे का महाराष्ट्र के सीएम के रूप में विकास में योगदान दिखाई नहीं दे रहा है। देवेंद्र फडणवीस हर जगह नजर आते हैं। शिंदे का दिल्ली में कोई प्रभाव नहीं है। फडणवीस मंगलवार को दिल्ली गए। मुंबई को स्लम से बाहर निकालने की महत्वाकांक्षी रणनीति के तहत धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए महाराष्ट्र सरकार रेलवे से जमीन के लिए रेल मंत्रालय से मंजूरी ले आई।
शिवसेना ने कहा है, धारावी के पुनर्विकास का पूरा श्रेय फडणवीस को जाता है। राज्य के मुख्यमंत्री इस महत्वपूर्ण परियोजना की घोषणा में कहीं नहीं हैं। इस बीच ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि एक वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण सहित कांग्रेस के कुछ विधायकों के भाजपा में शामिल होने की संभावना है। हालांकि जब कांग्रेस से पूछा गया तो उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा कि “यह सिर्फ एक निराधार अफवाह है”।