दक्षिण अफ्रीका में पाया गया कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन पूरी दुनिया में परेशानी का सबब बना हुआ है। कई देशों में इस वायरस के मरीजों की पुष्टि हो रही है। गौरतलब हैं कि भारत में तेज़ी के साथ ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं। इन बढ़ते मामलों का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला। एक तरफ जहां ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं वहीं, दूसरी ओर शेयर बाजार में गिरावट दर्ज हो रही है। सोमवार 20 दिसंबर को बीएसई सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई है। गौरतलब हैं कि ये सिलसिला बीते कुछ दिनों से जारी है।
जानकारी के मुताबिक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सूचकांक सेंसेक्स सोमवार दोपहर 1765 अंक की गिरावट के साथ 55,246.22 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। बताते चलें कि सोमवार दोपहर 12:50 पर बीएसई सेंसेक्स 3.06% गिरा। जिसके चलते 55,269.50 के लेवल पर आ गया। इसके अलावा आपको बता दें कि इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी 542 अंक की गिरावट के साथ 16,442.30 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है।
बता दें कि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 848.06 अंक गिरकर 56, 163.68 पर चल रहा था, वहीं निफ्टी 257.85 अंक टूटकर 16,727.35 पर आ गया था। देश में बढ़ते ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था एक बार फिर बिगड़ सकती है। भारत में तेज़ी के साथ ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं। ग्लोबल इनफ्लेशन (वैश्विक महंगाई) बढ़ने के कारण इकनॉमिक रिकवरी को लेकर चिंता और कोविड-19 के नए वेरियंट के तेजी से फैलने की वजह से दुनिया भर के स्टॉक मार्केट दबाव में हैं।