मणिपुर के वायरल VIDEO पर सुप्रीम कोर्ट ने दुख व्यक्त किया है और केंद्र-राज्य सरकार को फटकार लगाई है. मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि यह स्वीकार करने योग्य नहीं है, जो वीडियो सामने आए हैं वह काफी चिंताजनक हैं. CJI ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इस मामले में मई में ही एक्शन हो जाना चाहिए था, ऐसे मुद्दे नज़रअंदाज नहीं किए जा सकते हैं.
अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए केंद्र और राज्य को कड़ा एक्शन लेने का निर्देश किया. साथ ही अदालत ने साफ कहा कि अगर ग्राउंड पर कोई ठोस कदम नहीं दिखता है तो खुद एक्शन लेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को SG और AG से इस मामले में एक्शन लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि मीडिया में जो दिखा है, उससे हम काफी डिस्टर्ब हैं.
ये मानवाधिकारों और महिलाओं के अधिकारों का खुलेआम उल्लंघन है, हम केंद्र और राज्य सरकार को तुरंत इस मामले में एक्शन लेने का आदेश देते हैं. बता दें कि सर्वोच्च अदालत अब 28 जुलाई को इस मसले पर सुनवाई करेगी, जिसमें एक्शन की जानकारी ली जाएगी.
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाने का VIDEO सामने आया था, इसी दौरान महिलाओं संग यौन शोषण किया गया था. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इसपर कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है, महिलाओं के अधिकारों को लेकर इस तरह की घटना आत्मा को हिलाने वाली है ये संविधान के अधिकारों का हनन है.
आपको बता दें कि यह वीडियो 4 मई का था, जिसमें पुलिस ने काफी वक्त पहले ही FIR कर ली थी. हालांकि, अबतक कोई एक्शन नहीं हुआ था. बुधवार को यह VIDEO वायरल हुआ था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ.