सरदार पटेल की जयंती पर बदली गयी बरसों पुरानी परम्परा..मोदी ने..

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Narendra MOdi

कल 31 अक्टूबर यानी लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का दिन था और इस बार सरदार पटेल की 144 वीं जयंती का अवसर था। साल 1955 से लेकर अब तक एआईआर यानी ऑल इंडिया रेडियो भारत के प्रथम सूचना एवं प्रसारण मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति में वार्षिक सरदार पटेल व्याख्यान की मेजबानी करता आया था। इस व्याख्यान को पहले ही रिकॉर्ड कर लिया जाता था और 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर आकाशवाणी के सभी केंद्रों द्वारा प्रसारित किया जाता था।

लेकिन इस साल के व्याख्यान का नियम बदल दिया गया। इस साल कोई व्याख्यान नहीं हुआ बल्कि इसकी जगह एक विशेष प्रसारण हुआ। इस प्रसारण के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए जाने वाले भाषणों के अंश, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हाल ही में की गई मन की बात के अंश, और इसके साथ ही आकाशवाणी के नए गीत एक भारत श्रेष्ठ भारत से एक खंड शामिल किया गया।

बता दें कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 144 वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने केवाडिया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए सरदार पटेल को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। साथ ही साथ वहाँ उपस्थित सभी सरकारी कर्मचारियों को एकता की शपथ भी दिलाई। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने एकता परेड को भी संबोधित करते हुए कहा कि, सरदार पटेल की प्रतिमा के पास आकर ऊर्जा मिलती है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट किया था, “महान सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर श्रद्धांजलि, देश के प्रति उनका योगदान स्मरणीय है।”