करीब 3 दशकों से बिहार झारखंड समेत कई राज्यों में विध्वंसक कांडों को अंजाम देने वाले गया सेंट्रल कमिटी भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव की अचानक मौत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि दावा के रिएक्शन के कारण संदीप की मौत हुई है। आपको बता दें कि पिछले 27 सालों से वह फरार चल रहा था और पुलिस के हाथ आज उसकी कोई भी तस्वीर न लग सकी है। ऐसे में उसकी मौत की खबर सुनकर सब हैरान हो रहे हैं।
संदीप कुमार उर्फ विजय यादव बाबूराम डीह गांव का रहने वाल था और उसकी पत्नी एक सरकारी स्कूल में टीचर है। सूत्रों की माने तो संदीप पर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में करीब 500 नक्सली कांड दर्ज हैं। वहीं, पांच राज्यों की पुलिस पिछले कई सालों से उसकी तलाश में थी। बता दें कि संदीप के ऊपर कई बड़े इनाम भी रखे हुए हैं। अगर इन इनामों की कीमतों को एक कर दिया जाए तो संदीप उर्फ विजय 84 लाख का इनामी माओवादी था।
बताते चलें कि 25 लाख का इनाम तो झारखंड सरकार की ओर से ही रखा गया था। संदीप की बॉडी हाथ लगते ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है। इस मामले पर जब गया के एसपी हरप्रीत कौर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि “संदीप कुमार उर्फ विजय यादव की मौत की सूचना मिली है। बीमारी से ही उसकी मौत होने की सूचना मिल रही है। पूरी तरह से मामले का सत्यापन किया जा रहा है। पुलिस और सुरक्षा के जवान मामले की कार्रवाई में जुटे हुए हैं।”