राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के मतभेद के चलते राजस्थान की सियासत गर्माती जा रही है। कांग्रेस का सियासी संक’ट राजिस्थान में बढ़ता ही जा रहा है। राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट एयर उनके समर्थकों ने ये बात स्पष्ट की की नेतृत्व परिवर्तन से कम बात पर कोई समझौता नहीं होगा। इसी के चलते सचिन पायलट के समर्थकों ने ये बात भी साफ करदी है कि उनका बीजेपी में जाने का कोई इरादा नही है, लेकिन वह गेहलोत को नेता मानने को तैयार नही। उपमुख्यमंत्री पायलट की इच्छा है कि अशोक गहलोत को हटाने के साथ-साथ वित्त और गृह जैसे ज़रूरी ओहदे उनके समर्थक विधायकों को दिया जाए।
इसी के चलते पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी ने कहा कि, नेतृत्व परिवर्तन होने तक हम किसी तरह के समझौता नहीं करेंगे। इसी बात को सचिन पायलट के समर्थक विधायक राकेश पारीक ने कहा, उन्होंने कहा कि अब तो आर-पार की ल’ड़ाई होगी, सरकार का नेतृत्व बदला जाएगा तब ही कोई फैसला हो सकेगा। वरिष्ठ विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत जो कि विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हीने कहा कि, हम भाजपा में नहीं जाएंगे, लेकिन गहलोत सरकार में कोई काम नहीं हो रहा । विकास कार्य नहीं हो पा रहे, एक इंच सड़क नहीं बनी । हमारे निर्वाचन क्षेत्र में विकाय कार्य कराने को लेकर सुनवाई नहीं हो रही है।
सकचिन पायलट के खेमे के विधायक और राज्य के पूर्व पु’लिस महानिदेशक हरीश मीणा ने अपने समर्थकों को से टेलीफोन पर मंगलवार को बात की और कहा कि, मुख्यमंत्री हटने तक कोई समझौता नहीं होगा। हरीश मीणा ने कहा कि, सरकार में बदलाव होना जरूरी है। इसी के चलते उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के एक विश्वस्त विधायक ने अखबार में नाम ना छापने की शर्त रखी और बताया कि, हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री पद से गहलोत को हटाया जाय और प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी सचिन पायलट की मर्जी से ही बने। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी,महासचिव प्रियंका गांधी,वरिष्ठ पी.चिदंबरम व अहमद पटेल से ये बात साफ तौर पर कह दी कि अशोक गहलोत के साथ काम करने को वह तैयार नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट के समर्थक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक महासचिव और एक सचिव द्वारा बताया गया कि, 18 कांग्रेस विधायक दिल्ली एनसीआर की होटल में हैं। कांग्रेस विधायकों को जयपुर के फेयरमाउंट होटल में की गई बाड़ेबंदी में भी 8 विधायक मौजूद हैं। रणनीति को मद्देनजर रखते हुए इन सब विधायकों को कांग्रेस विधायक दल की बैठक और गहलोत द्वारा की गई बाड़ेबंदी में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पायलट को 3 निर्दलीयों का भी समर्थन हासिल है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और खाद्यमंत्री रमेश मीणा द्वारा फिर मंगलवार के दिन ये बात कही गयी के सचिन पायलट हमारे नेता हैं। रमेश मीणा द्वारा भी ये बात कही गयी कि, मैं सचिन पायलट के साथ हूं, हर स्थिति में उनके साथ रहूंगा। विश्वेंद्र सिंह द्वारा भी ट्वीटर पर एक ट्वीट किया गया है उस ट्वीट में हाथ का नि’शान दिखाया गया है और उस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, मैं बोलता हूं तो इल्जाम है बगावत का, मैं चूप रहूं तो बड़ी बेब’सी सी होती है।