उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे के गुट के बीच सियासी घमासान जारी है। एक तरफ जहां ठाकरे गुट खुद को असली शिवसेना बता रहा है तो दूसरी ओर एकनाथ गुट खुद को शिवसेना (Shivsena) बोल सत्ता पर काबिज हो गया है। हालांकि फिलहाल इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई जारी है। लेकिन एकनाथ शिंदे पहले ही खुद को असली शिवसेना बोल चुके हैं। खबर है कि इस बीच वह ठाकरे गुट से अलग हुए नेताओं के लिए पार्टी कार्यालय के तौर पर नया शिवसेना भवन बनाने की योजना बना रहे हैं।
ये खबर तेज़ी के साथ फैल रही है, लेकिन अभी तक इस पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुहर नहीं लगी है। ऐसे में अब इसका खुलासा महाराष्ट्र के नवनियुक्त मंत्री उदय सामंत ने किया है। उनका कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है, ये सिर्फ एक अफवाह है। एकनाथ शिंदे द्वारा इस तरह का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि “यह अफवाह है कि दादर में एक समानांतर शिवसेना भवन बनाया जा रहा है।”
वह आगे कहते हैं कि “हालांकि, हम एक केंद्रीय कार्यालय खोजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि मुख्यमंत्री आम लोगों से मिल सकें। हम शिवसेना भवन का सम्मान करते हैं और आगे भी रहेगा।” एकनाथ शिंदे द्वारा मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद सबकी नजर कैबिनेट विस्तार पर थी। जिसको अंजाम 41 दिन बाद दिया गया। मुख्यमंत्री बनने के 41 दिनों बाद कैबिनेट विस्तार किया गया जिसमें बागी शिवसेना समूह और भाजपा के 9-9 मंत्रियों को शामिल किया गया है।