भारत एक ऐसा देश है जहाँ सबसे लम्बी रेल की पटरियाँ बिछी हुई हैं।रेल भारत को एक जगह से दूसरी जगह जोड़ती है और रोज़ लाखों की संख्या में लोग लम्बी दूरी की यात्रा के लिए रेल के भरोसे हैं। इन दिनों रेल भी लोगों के लिए कुछ नयी चीज़ें करना चाहती हैं और इस मामले में एक और नयी बात सामने आयी है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल का बड़ा बयान आया है। रेल मंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार अगले चार से साढ़े चार साल में ट्रेनों के अंदर वाई-फाई की सुविधा मुहैया कराने की योजना पर काम कर रही है।
एक ख़ास बातचीत में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि फ़िलहाल वाई-फाई सुविधा भारत के 5150 रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध है। रेल मंत्री का कहना है कि अगले साल के अंत तक सभी 6500 स्टेशन पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रेन के भीतर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि यह एक अत्यधिक जटिल टेक्नॉलॉजी का मुद्दा है। चलती ट्रेन के भीतर वाई-फाई उपलब्ध कराने के लिए निवेश की आवश्यकता होगी। टावर लगाने होंगे। और ट्रेन के भीतर कुछ उपकरण भी फिट करने होंगे।
इसके लिए हमें विदेशी टेक्नॉलॉजी और निवेशकों दोनों की ज़रूरत होगी। रेल मंत्री ने कहा है कि इससे सुरक्षा पुख़्ता होगी। प्रत्येक कोच में लगे सीसीटीवी की लाइव फीड निकट के पुलिस थानों में जाएगी। ट्रेनों के परिचालन के लिए सिग्नल सिस्टम में भी वाई-फाई का इस्तेमाल किया जाएगा। अगले चार से साढे चार साल के भीतर इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि निजी भागीदारी के साथ रेलवे स्टेशनों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा एनबीसीसी भी 12-13 स्टेशनों को तैयार कर रही है।